देश में इस्लामोफोबिया बढ़ने से देश की नीव दगमगा गई है, पैगंबर मुहम्मद के बारे में बीजेपी सरकार तथा बीजेपी प्रवक्तों और पदाधिकारियों की टिपधियां सामने आ रही है.
प्रयागराज हिंसा के आरोप में फंसे जावेद उर्फ पंप के घर को जमींदोज कर दिया गया है। प्रशासन ने करीब साढ़े चार घंटों तक 3 बुलडोजर और पोकलैंड मशीन से जावेद के मकान को ढहा दिया। जावेद की बड़ी बेटी आफरीन दिल्ली में रहती है। वह जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी भी रह चुकी है। साथ ही सीएए-एनआरसी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन में भी प्रमुख रूप से शामिल हुई थी। वह वर्तमान में सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे फ्रैटर्निटी मूवमेंट की राष्ट्रीय सचिव भी है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बुलडोजर एक्शन पर राज्य सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने हिंसक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ यूपी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए ट्वीट किया- ये कहां का इंसाफ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर में सख्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच पड़ताल बुलडोजर से सजा दी जा कही है। इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान।
बीजेपी शासन में केवल मकान ही नहीं गिर रहे, बालो संविधान की दज्जियां उठाई जा रही है, सवाल है की क्या इसका मुआवजा दिया जाएगा? सिर्फ मकान ही नहीं तोड़े जा रहे, लोगो की सालो की मेहनत और रोजी रोटी पर लाट मारी जा रही है, घर बनियादि जरूरो में से एक है और घर का है तोधना दिखता है की जिनका घर तोड़ा जा रहा है उनका इस ज़मीन और देश पर कोई अधिकार नहीं है।
सवाल ये है की, क्या जी सरकार के खिलाफ आवाज उठायेगा क्या सबके घर गिरा दिए जाएंगे?क्या भारत में बोलने की आजादी खतम हो गई है क्या भारत में बोलने की आजादी का अधिकार चिन गया है क्या अब भारत लोकतंत्र नहीं रहा?
क्या बीजेपी पे अपना बदला लोगो के घर बुलडोजर चलाकर तो नही ले रही? क्या सरकार चुप कर पीछे से लोगो की बुनियादी ज़रूरत मिटा कर अपना बदला तो नही ले रही?
Sharoon Khan