विडबना यह है जिसको लोग धर्म समझते हैं वो अधर्म है , और बस किये जारहे हैं बिना सोचे समझे :पूर्व DGP उत्तर प्रदेश पुलिस
हमारा भारत देश विभिन मान्यताओं , संस्कृतियों , धर्मों और जातियों तथा ज़बानो वाला लोकतान्त्रिक देश है . जब हम किसी देश के साथ लोकतान्त्रिक या democratic लगा देते हैं तो इसका मतलब होता है कि ……लोकतंत्र का अर्थ है “लोगों का शासन”, संस्कृत में लोक, “जनता” तथा तंत्र, “शासन”, को कहते हैं या प्रजातंत्र भी कहते हैं . यानी एक ऐसी शासन व्यवस्था जो जनता तथा राज्य दोनों के लिये उपयोगी हो । यद्यपि लोकतंत्र शब्द का प्रयोग राजनीतिक सन्दर्भ में किया जाता है, किन्तु लोकतंत्र का सिद्धान्त दूसरे समूहों और संगठनों के लिये भी संगत है। मूलतः लोकतंत्र भिन्न-भिन्न सिद्धान्तों के मिश्रण से बनते है।
ऐसे में देश के अंदर रफ्ता रफ्ता लोकतंत्र या जनता के शासन का हनन होरहा है , और यह प्रकिर्या लगभग ३५ वर्षों से चल रही है जबकि इसमें तेज़ी यानी बहुलतावाद या धार्मिक कट्टरवाद में खुल्लम खुल्ला तेज़ी पिछले 5 या 7 वर्षों में दिखाई दी है .
हालाँकि वर्तमान सरकार की इस सम्बन्ध में अंतर राष्ट्रिय स्तर पर आलोचनाएं होती रही हैं , किन्तु फिर भी सत्तारूढ़ पार्टी के Non Political Wings कट्टरवाद और आतंकवाद जैसी घटनाओं को समय समय पर अंजाम देते रहे हैं . जिसमे एक ख़ास मज़हब के लोगों और ख़ास जाती के लोगों को विशेषकर प्रताड़ित किया जाता रहा है , इसमें एक विचारणीय और चिंता का विषय यह है कि अब इस विचार धारा को सरकार में बैठे आला अधिकारी भी परवान चढाने में अपनी भूमिका निभाने लगे हैं .
हालाँकि कई ऐसे आला अधिकारी भी अभी मौजूद हैं जो देश के लोकतांत्रिक ढाँचे कि हिफाज़त और मानवता कि रक्षा में अपना किरदार अदा करते रहे हैं . उन्ही में से एक IPS अधिकारी हैं उनका नाम है शिलजाकान्त मिश्रा जो 1977 यु पी बैच के IPS हैं , ईमानदार , शालीनतावादी , मानवतावादी , दयालु तथा न्यायिक प्रवर्ति के गिने चुने अफसरों में से एक रहे हैं .
उपरोक्त vedio उन्ही सम्बोधन पर आधारित है जो काफी प्रेरणादायक और सद्भाव तथा सौहार्द पूर्ण है .आप भी सुने
https://www.youtube.com/watch?v=७बक्क्पण८कंज़्८
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