M.Nizamuddin Special Correspondent
New Delhi TOP Bureau:/आज दिनांक 26 नवंबर 2020 को संविधान दिवस के अवसर पर देशभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया , इसी कड़ी में नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल अफेयर्स ने भी वर्चुअल संविधान दिवस समारोह आयोजित किया .इस अवसर पर पूर्व मुख्य न्यायाधीश एव FIFA Governance and Review Committee के प्रमुख एवं पूर्व जस्टिस मुकुल मुदगल के साथ उपकुलपति डॉक्टर जयानंद,प्रति कुलपति डॉ विक्रम सिंह उपस्थित थे।
नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी उपकुलपति डॉक्टर जयानंद ने बच्चों को एक सच्चे भारतीय बनने की शपथ दिलाने के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया .
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ विक्रम सिंह ने भारतीय संविधान के दीर्ध इतिहास को संक्षेप में रखा ! मुख्य अतिथि एव वक्ता पूर्व न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल छात्रों से रूबरू हुए ,और संविधान के लोकाचारों (Ethos) के बारे में बात की, उन्होंने कहा की जिस तरह से इसने स्वयं को काल के अनुकूल बना लिया विशेष रूप से अब जब देश इस महामारी की चपेट में है . साथ ही पूर्व न्यायमूर्ति ने देश के नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों के बारे में भी याद दिलाया ।
भारतीय संविधान का प्रमुख उद्देश्य एक ऐसी व्यवस्था को जन्म देना है जहाँ भारत के सभी गरीब, निर्धन , असहाय, वंचित पिछड़े एव अनुसूचित व्यक्ति की पहुंच आसान हो सके – न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल
न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल ने अपने ज्ञान और विचारों को युवा दिमागों के साथ साझा किया और उन्हें जिम्मेदार नागरिक और अच्छे अधिवक्ता बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने संविधान की महत्ता को दर्शाते हुए सरकार में न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर प्रकाश डाला और नागरिकों के मूलभूत अधिकारों की सुरक्षा के लिए न्यायपालिका का कार्यपालिका से अलग होना तर्क संगत एव आवयशक बताया है !
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मुदगल ने आगे कहा की भारतीय सविधान का प्रमुख उद्देश्य एक ऐसी व्यवस्था को जनम देना है जहाँ पर भारत के सभी गरीब, निर्धन , असहाय, वंचित पिछड़े एव अनुसूचित तथा अनुसूचित जन वर्ग के सभी व्यक्तियों की मूल भूत सुविधाओं तक पहुंच आसान हो ! उन्होंने कहा विद्यार्थी भविष्य के अधिवक्ता है इसलिए उनका लक्ष्य पैसा कमाने के साथ साथ लोक कल्याण कार्यों को करने के लिए भी संकल्प बध्य होना चाहिए !
इस अवसर पर स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल अफेयर्स विभाग के HOD डॉ परंतप कुमार दास ने संविधान के मुख्य अंशों पर रौशनी डाली और माननीय मुख्य अतिथि का विशेष आभार व्यक्त किया , कार्यक्रम के अंत में स्कूल ऑफ लॉ के सहायक प्रोफेसर श्री बैद्य नाथ मुखर्जी ने मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति मुकुल मुदगल , सम्मिलित सभी श्रोताओं और छात्रों का धन्यवाद ज्ञापन दिया . कार्यक्रम वेबनार के माध्यम से सम्पन्न हुआ !