मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में बुधवार को अहम प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना भी मंजूर की गई है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कैबिनेट ने मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना को स्वीकृति दी है। इस योजना में सरकार 18 साल की उम्र में बाल संस्थाओं को छोड़ने वाले अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता देगी।
प्रदेश में हर साल 150 से 200 अनाथ बच्चे बाल संस्थाओं से 18 साल की उम्र होने पर निकलते हैं। इन बच्चों को सरकार आईटीआई, पॉलिटेक्निक या नीट, जेईई, क्लैट निकालने पर पढ़ाई करने तक आर्थिक सहायता 5 से 8 हजार रुपये की उपलब्ध कराएगी। यह सहायता 24 साल तक दी जाएगी। इसके अलावा इनके संयुक्त खाते में एक साल और अधिकतम 18 साल तक दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के साथ आयुष्मान योजना से इलाज कराने के प्रावधान किए गए हैं।
महिला वित्त विकास निगम के सुदृणीकरण के तहत नारी सम्मान कोष स्थापित करने को स्वीकृति दी गईइसके तहत मुख्यमंत्री उद्यम शक्ति योजना से 4 फीसदी ब्याज लिया जाता था, अब इसे दो प्रतिशत कर दिया जाएगा। इससे महिला स्व सहायता समूहों को फायदा होगा। साथ ही उनके प्रोडक्ट की मॉर्केटिंग के लिए भी निगम आर्थिक मदद उपलब्ध कराएगा। वहीं, किसानों को 0 प्रतिशत ब्याज पर निरंतर ऋण मिलता रहेगा। इसके अलावा छिंदवाड़ा की पंच वृहद परियोजना को स्वीकृति दी गई है। इसकी लागत 3395 करोड़ रुपये की है।