राज्यस्थान के जोधपुर से BSF के 30 जवान कोरोना वायरस से संक्रमित ,तबलीगी जमात के लोग लौटे अपने घरों को
जयपुर: दुनिया और देश में लगातार बढ़ते कोरोना संकट के बीच संक्रमितों का आंकड़ा भी लगातार तब्दील हो रहा है , 50 हजार पार पहुँच चुके आंकड़ों में मंदिरों , गुरुद्वारों और मरकज़ के बाद अब BSF यानि सीमा सुरक्षा बल के 30 जवान भी इसकी चपेट में आये हैं राज्यस्थान के जोधपुर से बीएसएफ के 30 जवानों के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की खबर आई है. बता दें कि ये जवान दिल्ली में तैनात थे और उन्हें जोधपुर स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. एम्स से इनकी रिपोर्ट आई है. स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी है.
इससे पहले सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 37 और जवान रविवार को कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी थी. इस बीच भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50545 हो गई है. बीते तीन दिन में ही कोरोना के 10 हजार मामले दर्ज किए गए हैं. बीते 24 घंटे में कोरोना के सबसे ज्यादा 3900 मामले दर्ज किए गए हैं. बता दें कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में तीसरे चरण का लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया, जो कि 17 मई तक रहेगा. इस बीच केंद्र सरकार की तरफ से कुछ रियायतें भी दी गई हैं.
निजामुद्दीन मरकज/ तबलीगी जमात के 4000 लोगों को घर जाने की इजाज़त
दिल्ली सरकार ने सरकारी आदेश जारी करते हुए निजामुद्दीन मरकज/ तबलीगी जमात के स्वास्थ्य सभी लोगों को घर जाने की इजाज़त भी देदी है , याद रहे 28 मार्च से और आज 06 मई 2020 तक 38 दिन के quarantine के बाद जमात के लोगों को दिल्ली सर्कार ने इजाज़त दी है , जबकि इन सभी की कोरोना test Report 3 बार लगातार नेगेटिव आती रही है . सवाल यह उठाया जा रहा है की इन लोगों की लगातार 3 बार report negative आने के बाद भी Quarantine centres में क्यों रखा गया था .इसके खिलाफ PIL भी डाली गयी है , देखना यह है की इस सम्बन्ध में Court क्या आदेश जारी करता है .
मरकज़ हज़रात निजामुद्दीन के तब्लीग़ी इज्तमा के Scheduled इस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद जमाती अपने-अपने प्रदेश लौटे जबकि इसके अलावा देश के कई हिस्सों में दुसरे धर्मों के भी सार्वजानिक कार्यक्रम हुए जिनमें हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु और साधू जमा हुए थे किन्तु इस सम्बन्ध में वहां के आयोजकों या प्रबंधकों पर इस प्रकार की किसी बड़ी कार्रवाई की कोई सूचना नहीं है जिस प्रकार तब्लीग़ी जमात पर की गयी है , यह कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है , देखना यह है की इस सम्बन्ध में माननीय उच्च या सर्वोच्च न्यायालय क्या आदेश जारी करती है .
मरकज़ कार्यक्रम के बाद देश में कई बड़े सियासी कार्यक्रम भी आयोजित किये गए
साथ ही अपने पाठकों को बता दें मरकज़ कार्यक्रम के बाद देश में कई बड़े सियासी कार्यकर्म भी आयोजित किये गए गए जिनपर किसी प्रकार का कोई मामला अभी तक दर्ज नहीं हुआ है , इस प्रकार के Agencies और सरकारों के रवैये से देश के अल्पसंख्यक समुदाय में बेचैनी पाई जाती है , जबकि इससे पहले CAA और NRC के खिलाफ देश और दुनिया में होने वाले प्रदर्शन जो अलग अलग समुदायों और वर्गों के द्वारा आयोजित किये गए थे वो भी दुनिया से पोशीदा नहीं है कि किस वर्ग या समुदाय के खिलाफ ये क़ानून लाये गए थे या नहीं …….
बहरहाल फिलहाल तब्लीग़ जमात के सैंकड़ों लोग अपने घरों को सेहतमंद होकर लौट गए हैं और अब वो भी अपने परिवारों के साथ रमज़ान के मुबारक महीने की बरकात और रौनक़ों को हासिल कर सकेंगे , साथ ही बाक़ी जमातियों के हक़ में भी दुआ है कि वो अपने घरों को आफ़ियत और सेहत के साथ अपने परिवार के साथ रमज़ान की बाक़ी शब् ो रोज़ गुज़ार पाएं . TOP न्यूज़ ब्यूरो