वो जो परेशान घूम रहा था दिल्ली की सूनी सड़कों पर अपनी माँ की Dead Body को घर लेजाने के लिए
वो परेशां घूम रहा था दिल्ली की सूनी सड़कों पर lockdown के दौरान ,रात के 8 बजे मेरे फोन की घंटी बजी , डिस्प्ले पर नाम आया फिरोज आलम , मैंने पूछा खैरियत है , जवाब मिला नहीं , पता चला Mother in law (सासु माँ ) का अचानक इंतक़ाल होगया , ओहो , अरे , shock तो होना ही था , मेरा सवाल ,,, तद्फीन (Cremation) कहाँ होगा , बोले अमरोहा लेजाना है Dead body को और कहीं से भी permission का इंतज़ाम नहीं हुआ है हमने कहा क्यों , बोले पता नहीं आप ही पता करो किसी भी तरह Movement Passes की वयवस्था करो .
तुरंत DCP South west office को फोन लगाया Phon Operator को पूरी बात बताई उन्होंने तुरंत Addnl. DCP South west श्री इंगित प्रताप सिंह का Personel Cell Phone का नंबर दिया , दिन के थके हारे Addnl.DCP इंगित घर वापसी कर रहे थे उनको समस्या बताई उन्होंने आश्वासन दिया की आपको Passes दिलाने का प्रबंध करता हूँ ताकि आपका सम्बन्धी समय से अपनी सासु माँ की Dead Body की तद्फीन करा सके .
चंद मिनट के बाद ही Addnl DCP South West (Nodle Officer Corona 2) का phone आया , आप वसंत विहार थाने के 2nd फ्लोर पर Corona 2 के दफ्तर से जीतू जी से अपने passes collect करलें , मैंने शुक्रिया बोला , कहने लगे अरे नहीं मेरा फ़र्ज़ था आप निश्चिन्त अपने सम्बन्धी को अमरोहा के लिए रवाना करें , एक अफसर की कार्यकुशलता से चंद मिनट में Police की तस्वीर बदल गयी . कुछ दिन पहले दिल्ली के जिया सरए इलाक़े में कुछ कश्मीरी Female Students को भी तत्काल प्रभाव से South West दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनको Rescue कराया था , हालांकि पिछले दिनों पुलिस की बर्बरता के सच्चे झूठे क़िस्से आम थे .
मैंने तुरंत अपने सम्बन्धी फ़िरोज़ आलम को phone किया और बताया की आप अपने passes थाना वसंत विहार के corona 2 office से हासिल करलें , चंद मिनट के बाद फ़िरोज़ साहब का फ़ोन मेरे पास आगया और उन्होंने बताया मैंने passes ले लिए हैं और अब हम अपनी माँ की Dead Body लेकर तुरंत अमरोहा के लिए रवाना होते हैं .
South west दिल्ली corona 2 की इस कार्यकुशलता और अपने फ़र्ज़ के प्रति वफादारी से में बहुत प्रभावित हुआ , चूँकि अभी तक पुलिस की कार्यकुशलता पर सवाल उठते देखे ,और सुने जबकि हर विभाग में Efficient और ईमानदार अधिकारी हमेशा रहते हैं किन्तु उनकी सकारात्मक Reporting नहीं होती और अधिकारीयों या कर्मचारियों के अच्छे कारनामे जनता के सामने नहीं आ पाते इसलिए रफ्ता रफ्ता विभागों और अफसरों की छबि खराब होजाती है .
हमारी Organisation हमेशा इस बात का प्रयास करती है की पुलिस प्रशासन या अन्य विभागों की Positive Stories भी जनता के सामने आनी चाहिए ताकि अच्छे और ईमानदार अफसरों के मोरल को बढ़ाया जा सके तथा अन्य अधिकारीयों को प्रेरणा मिल सके .आज ख़ास तौर से Covid 19 की इस महामारी में Medical staff ,और Medi के साथ साथ पुलिस की भूमिका भी सराहनीये रही है , अलबत्ता यह ज़रूर है की सूचना के अभाव के चलते या कुछ Dipressed पुलिस कर्मचारियों के दुर्वयवहार के कारण कभी कभी जनता को पुलिस की क्रूरता का भी सामना करना पड़ा है जिसके चलते सभी अधिकारीयों या विभाग को बदनाम करना उचित न होगा .
हमारा दिल्ली पुलिस के आला अधिकारीयों को यह सुझाव है की यदि पुलिस प्रशासन किसी भी राजनितिक दबाव की परवाह किये बिना ईमानदारी और न्याय से अपने फ़र्ज़ का निर्वाह करें तो हमारा देश और समाज दिल्ली पुलिस को अपने दिल में बैठाने को तैयार रहेगा जबकि भ्रष्ट तथा अपराधी वर्ग से सख्ती से निबटा जाए और उसको किसी सूरत न बख्शा जाए , जबकि आज पुलिस के राजनीतिकरण के चलते धरातल पर स्थिति इसके विपरीत है लेकिन उम्मीद अच्छी ही रखनी होगी .Times Of Pedia Special Report