‘राजीव गांधी ‘ की तरह पीएम मोदी की हत्या की साज़िश नाकाम
एम-4 राइफल और 4 लाख राउंड कारतूस चलाने की व्यवस्था के लिए 8 करोड़ जमा करने की योजना बनाई जारही थी
नई दिल्ली: पुणे महाराष्ट्र की पुलिस का दावा है कि माओवादी पीएम मोदी की ‘राजीव गांधी की तरह हत्या’ करने की साजिश रच रहे थे , पुलिस ने यह दावा गुरुवार को कोर्ट में एक चिट्ठी पेश करते हुये किया है.
बता दें कि बीते बुधवार को ही 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके संबंध प्रतिबंधित सीपीआई-माओवादी संगठन से होने का आरोप है . इनके नाम दलित एक्टिविस्ट सुधीर धावले, वकील सुरेंद्र गडलिंग, एक्टिविस्ट महेश राउत, शोमा सेन और रोना विल्सन हैं.
पुलिस ने इन आरोपियों को ‘अरबन माओइस्ट’ का शीर्ष नेता बताया है और इनको जनवरी में हुई भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार किया है. पीटीआई में छपी खबर की मानें तो पुलिस की ओर से जो जानकारी दी गई है यह चिट्ठी रोना विल्सन के दिल्ली आवास से बरामद हुई है.याद रहे रोना विल्सन आजकल राजनीतिक कैदियों की रिहाई के लिये बनाई गई समिति के सदस्य हैं.
इस चिट्ठी में 8 करोड़ रुपये इकट्ठा करने की बात कही गई है ताकि एम-4 राइफल और 4 लाख राउंड कारतूस चलाने की व्यवस्था की जा सके. साथ ही एक और ‘राजीव गांधी कि हत्या जैसी घटना’ का भी इस इसमें जिक्र है. यह बात सरकारी वकील उज्ज्वला पवार ने कोर्ट को बताई है.
चिट्ठी के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘हम राजीव गांधी हत्या की घटना की तरह योजना रखते हैं . यह आत्मघाती हमला होगा और भयानक भी.चिट्ठी में लिखा है , हो सकता है कि हम फेल हो जाएं लेकिन पार्टी (CPI) माओवादी को हमारी इस योजना के बारे में सोचना चाहिये’.
एनआईए की ओर से जारी इस चिट्ठी में जिस बात का खुलासा है उसमें लिखा गया है कि बिहार और पश्चिम बंगाल में हार के बाद भी मोदी ने 15 राज्यों में बीजेपी की सरकारें बनवा दी हैं. अगर जीत का यह क्रम जारी रहा तो पार्टी (CPI) के लिए हर मोर्चे पर मुश्किल पैदा हो जाएगी. कर्नल किशन और कई वरिष्ठ कामरेड नेता ,मोदी युग को खत्म करने के लिये मजबूत कदम उठाने का प्रस्ताव देचुके है.
वहीं इस चिट्ठी के सामने आने के बाद सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि सुरक्षा एजेंसियों को अपना काम करना चाहिये. इस मामले में कोर्ट को फैसला करने दिया जाए. जबकि बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा है कि ऐसा लगता है नक्सली कितने निराश हो गए हैं.
अब देखना यह है कि CPI माओवादी और दलित क्रांतिकारियों कि इस गिरफ्तारी से मोदी मुखालिफ आंदोलन पर कोई विराम लगता है या ये आंदोलन और तेज़ होता है .वैसे श्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के CM थे उस समय भी उनकी हत्या करने कि साज़िश रचने के सम्बन्ध में भी कई गिरफ्तारियां और पुलिस द्वारा इशरत जहाँ और उसके साथियों के एनकाउंटर्स भी होचुके हैं जिनको फेक एनकाउंटर के नाम से जाना जाता है और आजतक उनके केस अदालतों में पेंडिंग हैं . इनपुट्स NDTV से