नई दिल्ली] 20 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिला में एक चर्च के पादरी और उनकी गर्भवती पत्नी पर आतंकी हमले और बाइबिल को जलाने की घटना की जमाअत इस्लामी हिन्द ने तीव्र निंदा करते हुए दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
जमाअत के महासचिव इंजीनियर मोहम्मद सलीम ने हैरत और अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि कुछ खास राज्यों में ईसाई अल्पसंख्यक] कमजोर एवं दलित वर्ग और मुसलमानों के खिलाफ इस तरह जुल्म और अत्याचार किया जा रहा है जैसे उन इलाकों में कानून और न्याय का शासन है ही नहीं और दहशतगर्दों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह जब और जहां चाहते हैं लोगों पर हमले करते] उनकी हत्या और उन्हें उत्पीडि़त करते हैं, कानून और अदालतों का उपहास करते हैं और सरकार उनके खिलाफ प्रभावी कानूनी कार्रवाई करने का हक अदा करने में अयोग्य नजर आती या जानबूझ कर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने से बचती है। महासचिव ने कहा कि यह स्थिति प्रभावितों के लिए गंभीर समस्या पैदा करने वाली] देश के लिए हानिकारक और पूरी दुनिया में इसकी छवि को धुमिल करने वाली है।
जमाअत के महासचिव ने केंद्रीय सरकार से मांग किया कि वह राज्य सरकारों को कड़ी चेतावनी जारी करे कि वे अल्पसंख्यकों और कमजोर वर्गों के खिलाफ होने वाली हर तरह की दहशतगर्दी] अत्याचार और अन्याय के अंत को विश्वसनीय बनायें और जो लोग या समूह भी देश की शांति को तबाह करने के जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ यथाशीघ्र कानूनी कार्रवाई करे।
इंजीनियर मोहम्मद सलीम ने यह भी कहा कि दहशतगर्दी और सांप्रदायिक हिंसाओं में नुकसान उठाने वाले लोगों को उचित मुआवजा दिया जाना भी इंसाफ का तकाजा है और सरकार की जिम्मेदारी है और जिसका पूरा किया जाना अनिवार्य है।
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मीडिया प्रभाग, जमाअत इस्लामी हिन्द