केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के टेली-मेडिसिन सेवा के तहत डेढ लाख से अधिक लोगों को ऑनलाइन परामर्श दिया गया

स्वस्थ्य मंत्रालय की ई-संजीवनी ओ.पी.डी. नाम की टेलीमेडिसिन सेवा के तहत एक लाख 58 हजार लोगों ने ऑनलाइन परामर्श के लिए अपना पंजीकरण कराया है। स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि पिछले नवंबर से 23 राज्यों ने यह सेवा शुरू की है और देश की 75 प्रतिशत आबादी इसके दायरे में आ गयी है। बाकी लोगों के लिए भी इस सेवा का विस्तार किया जा रहा है।
ई-संजीवनी सेवा से दो प्रकार की टेली-परामर्श सेवाओं की शुरुआत हुई है जिसमें से एक है ई-संजीवनी जिसमें डॉक्टर से डॉक्टर के बीच परामर्श और दूसरी का नाम ई-संजीवनी ओ.पी.डी. है जिसके तहत रोगी डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि ई-संजीवनी सेवा को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्रों के माध्यम से चलाया जा रहा है। इसमें 2022 तक देश भर के सभी डेढ़ लाख स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्रों को आपस में जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद रोजाना करीब 250 डॉक्टर और चिकित्सा विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। यह सेवा एंड्रोयड एप पर उपलब्ध है। कोई भी रोगी इस एप पर लॉग इन करने के करीब 5 मिनट के भीतर डॉक्टर से सलाह ले सकता है।