दिल्ली के सीएम बोले- 27 सालों में काम किया होता तो पत्थर नहीं फेंकने पड़ते
गुजरात के सूरत शहर में आम आदमी पार्टी के चीफ अरविंद केजरीवाव के रोड शो के दौरान पथराव होने की खबर है। पथराव के चलते उनका रोड शो कुछ देर रुका रहा। हालांकि, ये पत्थर किसने फेंके, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है।
काफिले पर एक गली से पत्थर फेंकने का दावा
पथराव के बीच अरविंद केजरीवाल अपनी कार के अंदर चले गए और जब फिर से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की गई तो वो दोबारा आकर रोड शो करने लगे। केजरीवाल के काफिले पर एक गली से पत्थर फेंके गए थे। इस दौरान केजरीवाल अपनी गाड़ी के ऊपर खड़े होकर लोगों का अभिवान कर रहे थे। आप समर्थकों का दावा है कि उनकी पत्थरबाजों के साथ झड़प भी हुई थी।
अगर 27 सालों में काम किया होता तो पत्थर नहीं फेंकने पड़ते
केजरीवाल ने रोड शो के बाद जनसभा में कहा कि अगर गुजरात में बीजेपी सरकार ने 27 सालों में विकास के काम किए होते, तो आज पथराव नहीं करना पड़ता। मैं पूछता हूं कि हमने किसी का क्या बिगाड़ा है? कहां कुछ गलत किया है। हम कहते हैं कि स्कूल बनाएंगे तो ये कहते हैं, हम पैर तोड़ देंगे। हम कहते हैं कि अस्पताल बनाएंगे तो ये कहते हैं कि आंख फोड़ देंगे। हम कहते हैं कि बिजली सस्ती करेंगे, तो ये हम पर हमला करते हैं। हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि हम काम करते हैं… टालमटोल नहीं। क्योंकि टालमटोल से किसी का भविष्य नहीं बनने वाला।
हीरा व्यापारी और रत्न कलाकारों को भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए
केजरीवाल ने रोड शो के बाद जनसभा में कहा कि मेरी नजर में एक-एक व्यापारी हीरा है। उन्होंने कहा कि किसी को भी सरकार से अपना काम कराने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। सूरत के हीरा व्यापारी और रत्न कलाकारों को तो भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए। मैं कई व्यापारियों से गुजरात के कोने कोने में जाकर मुलाक़ात कर चुका हूं। व्यापारियों ने बताया कि हमारे साथ गुंडागर्दी, धमकाते हैं और पैसा वसूलते हैं। केजरीवाल ने कहा कि पैसा कमाने के बाद इज्जत चाहिए होती है। व्यापारियों के मेरी रैली में आने के लिए आप सभी को सलाम करता हूं।
1 और 5 दिसंबर को होगा मतदान
गुजरात में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। वहीं, दोनों चरणों की मतगणना 8 दिसंबर को होगी।
गुजरात में 24 सालों से बीजेपी की सरकार
पिछले 24 साल से गुजरात की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी ही काबिज है। यहां हर चुनाव में बीजेपी की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ही रही है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है। इससे समीकरण बदलने के आसार भी हैं। पंजाब चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पार्टी ने गुजरात में भी पूरी ताकत लगा दी है। ऐसे में मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है।