नागरिकता संशोधन विधेयक दोनों सदनों से हुआ पास, लेकिन आसाम में Law & Order फ़ैल
सोनिया गांधी ने इसे बताया भारत के संवैधानिक इतिहास का ‘काला दिन’
नागरिकता संशोधन विधेयक दोनों सदनों से पास होगया , संसद में सत्ता और विपक्ष के बीच काफी तीखी बहस भी चली ।हालांकि यह काफी अजीब रहा की राज्य सभा में बीजेपी के समर्थकों की तादाद कम होने के बावजूद काफी भरी मतों से इस विधेयक को समर्थन मिल गया , इसका मतलब विपक्ष में इस बिल पर कोई ख़ास आपत्ति नहीं है ।
दूसरी तरफ देश के कई हिस्सों में इस बिल के विरोध में प्रदर्शन हुए ख़ास तौर पर असम, पश्चिम बंगाल की सड़कों पर लोगों का गुस्सा देखने को मिला। गुवाहाटी में करीब 20-25 जगहों पर इस बिल के खिलाफ़ प्रदर्शन हुआ तो दिसपुर में कई जगह आगज़नी देखने को मिली। सचिवालय के बाहर एक बस को आग के हवाले कर दिया गया, कई दुसरे वाहनों में भी आग लगाई गयी ,शाम से कई इलाक़ों में मोबाइल सेवा बंद हो गई। 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया।असम में कई स्टूडेंट यूनियन के सांसदों ने बिल के खिलाफ आखरी वक़्त तक लड़ाई लड़ने की भी बात कही ।
लोक सभा तथा राज्य सभा दोनों ही सदनों में कांग्रेस की भूमिका मुख्य विरोधी की रही ,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्यसभा से नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) CAB के पारित होने को भारत के संवैधानिक इतिहास का ‘काला दिन’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि यह उस भारत की सोच को चुनौती है जिसके लिए राष्ट्र निर्माता लड़े थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बयान में कहा, ”आज भारत के संवैधानिक इतिहास में काला दिन है। CAB का पारित होना तुच्छ सोच वाली और कट्टर ताकतों की भारत के बहुलवाद पर जीत है।” उन्होंने कहा, ”यह विधेयक उस आइडिया ऑफ इंडिया को बुनियादी तौर पर चुनौती है जिसके लिए हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने लड़ाई लड़ी। अब इसकी जगह अशांत, विकृत और विभाजित भारत बनेगा जहां धर्म राष्ट्रीयता की पहचान होगी।”
कपिल सिब्बल ने अमित शाह के बयान पर पलट वार करते हुए कहा की आप कह रहे हैं मुस्लमान को डरने की ज़रुरत नहीं , मुसलमान और में आप से या आपकी पार्टी से नहीं संविधान से डरता है ।इसपर अमित शाह ने कहा यह बिल नागरिकता छीनने केलिए देने के लिए लाया गया है , इसपर कपिल सिब्बल बोले हम आपकी नीयत को शुरू से जानते हैं , आप जो demonitisation , CAG , तीन तलाक़ , लोव जिहाद , जैसे कार्यक्रम चला रहे हो इसके पीछे की मंशा हम समझते हैं ।