Ali Aadil Khan
Editor’s Desk
दोस्तो आपके पास वोट था, आपने फ़क़ीर को दे दिया ,जो सेवक बनके आया था , फ़क़ीर के पास कटोरा था, उसने वो आपको दे दिया , अब आप आत्म निर्भर बनो या भिकारी आपकी मर्ज़ी ……वैसे अगर राष्ट्रभक्ति में जनता भिकारी बन भी जाये तो क्या है ?? लेकिन नेताओं का कुछ नहीं बिगड़ना चाहिए ……हालाँकि आजकल जनता नेताओं की परेड कराने लगी है , और जगह जगह नेताओं को रुस्वा होना पड़ रहा है , और यह लोकतंत्र तथा जनता के लिए और देश के लिए बहुत बेहतर है ………..जनता के सीनों से गुलामी के एहसास को निकालना ही होगा और किसान आंदोलन ने करके दिखाया है ….ख़ैर..
56 इंच के सीने का बड़ा शोर रहा लेकिन उसका लाभ न तो अभी तक विरोधी को हुआ और और न देश को .असल में तो सीने के अंदर धड़कने वाला जो दिल है उसके साफ़ और बड़ा होने से बात बनती है की वो कितना इंसानियत , और देश के लिए तड़पता धड़कता है ,दूसरों के दर्द को महसूस करने वाला दिल होना चाहिए …वो बिलक्ति और सिसकती आहों को कितना महसूस करता है ……बाहर से तो राक्षस का सीना बहुत बड़ा होता है .जो तबाही और नफरत के लिए दिखता है …
भाजपा सांसद और गाँधी परिवार के दुसरे चश्म ए चिराग़ वरुण गाँधी पिछले दिनों अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर थे वहां उनमें कुछ देर के लिए उनके बाप संजय गाँधी की झलक दिखाई दी जिसमें अड़ियलपन और निडरता थी ,और साथ ही किसी भी नतीजे से पेपरवाह दिख रहे थे वरुण ,,,,,,,,,वरुण गांधी को भाजपा की क्रूरता , निरंकुशता और साम्प्रदायिकता को समझने मे सात साल लग गए, वह भी तब जब न तो उनके पास कोई मन्त्रालय रहा और न उनकी माताश्री के पास अब है । खैर, देर आयद दुरूस्त आयद …..वरुण मंडी समिति गए किसानो का हाल सुना , अधिकारीयों ला परवाहि देखि तो बिखर गए और खरी खरी सुनाने के बाद धमकी दी तुम सबको जेल भिजवा दूंगा , अदालत जाऊँगा और किसानो को उनकी म्हणत का दाम दिलाऊंगा यह पहली बार देखने को मिल रहा था वहां की जनता को जो एक अच्छा शगुन था ,,, साथ ही बीजेपी खेमे में गुस्से के साथ डॉ और असहजता का बढ़ जाना भी स्वाभाविक था ………..
किसान आंदोलन में रहेगा खेती पर ध्यान नहीं लगा पायेगा , अनाज की पैदावार में कमी आएगी ….तो अनाज की किल्लत होगी और फिर अडानी अपनी मर्ज़ी से कीमत तय करेगा अपने गोदामों के अनाजो ,दालों , तिलहन और फलों की ।
हिटलर ने कहा था कि नागरिकों को इतना कुचल दो की वो जिंदा रहने को ही अपना विकास समझे , और जान बच जाने में अपनी सफ़लता ……… देश में बढ़ती मंहगाई , बेरोज़गारी और पेट्रोल डीज़ल के के आसमान छूते दामों पर कुछ लोग पहले से इस बात का माहौल बना रहे थे , की अगर पेट्रोल 200 रूपये लीटर भी होगा तो हम खरीदेंगे देश हित में ,नया PM हाउस भी क्या देश हित में , PM के २ नए जहाज़ भी देश हित में , PM security और आपराधिक मामलों में लिप्त VIP सिक्योरिटी में भूकी नंगी जनता का लाखों अरब रुपया देश हित में ?? वाह कितना विचित्र विकास और देशभक्ति है ,,, वाह ….. अरे अगर हमारी सरकारों में बैठे सभी नेता यह कहें की आज से हम भी आम नागरिक की तरह जीवन वयतीत करेंगे ,,, कोई VIP सुविधा नहीं लेंगे मामूली वेतन लेंगे और अपने नागरिकों की सुविधा के लिए रोटी , कपड़ा , मकान , शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा हर हाल में फ्री करेंगे और नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाता तो यह थी सेवा , यह थी देश भक्ति और यह था आत्म निर्भर भारत के मॉडल ……..
जब देश में 6 ग्राम ड्रग्स वाले से 25 करोड़ की मांग हो तो ,3000 किलो वाले से कितने बने होंगे , क्या आपको इसका अंदाजा है ? सरकारी एजेंसियों में भी महंगाई बड़ गई है ज़ाहिर है वो भी तो इसी देश में हैं ….
फेकू कुछ तुम भी तो “आत्मनिर्भर” बनो या सब कुछ भक्तों से ही कराते रहोगे , और कब तक नेहरू और कांग्रेस को कोसकर काम चलाओगे , क्योंकि अब भारत फिर से बदल रहा है और देश New India से Old India की योजना बना रहा है , , जैसे कांग्रेस मुक्त भारत से नया इंडिया बना ऐसे ही भाजपा मुक्त से ओल्ड भारत की बात करने लगा है देश जिसकी बानगी उपचुनाव के नतीजों में देखने को मिली है .जिसमें देश की जनता ने भाजपा को नकार दिया है …. हालांकि कुछ विश्लेषकों का कहना है की यह EVM को सही साबित करने का हथकंडा है , उपचुनाव को Genuine कराओ और आगामी 5 राज्यों के विधान सभा और 2024 के आम चुनाव में धान्द्ली कराई जा सके ताकि किसी को यह कहने का मौक़ा न मिले की EVM की वजह से चुनाव जीती है भाजपा ….
फेकू जी देश और जनता को चूसने का कार्यक्रम कब तक चलेगा , अब तो कुछ देश के भले का काम भी कर लिया जाए , चुनाव भी क़रीब हैं और वैसे भी जाने का नंबर है ,,,…..वैसे ये फेकू कौन है ,,,अब जो भी हो …..मगर ये लाइन सिर्फ फेकू के लिए ही है … होसके तो हमारा यह सन्देश हमारे प्रधान मंत्री को भी पहुंचा दें ….इस जुमले से जिसको भी परेशानी हो समझ लेना वही फेकू है या फेकू का समर्थक या पार्टी …..
रबीन्द्रनाथ जैसे दिखने वाले तो बहुत से लोग हैं , लेकिन उनमें से एक पहले ही कह चुके है “आत्मनिर्भर भारत ” बनाएंगे , मतलब सरकार से कोई उम्मीद ना रखी जाए अपने झगड़े और मसले खुद निबटाओ और खुद की परेशानी खुद झेलो , अपनी रक्षा खुद करो. पार्टी तो सत्ता भोगने आती है और नफरत फैलाने तथा कुछ वर्गों को निमटाने , राज्यों और कुछ जगहों के नाम बदलने आई है ,और देश को ठिकाने लगाकर चली जायेगी .
अब रहा Media का मामला तो इनके बारे में एक दर्शक लिखते हैं “मेरा जब भी तवायफों का मुजरा देखने का दिल करता है ,10 रूपये का गजरा हाथ में लपेट कर NEWS देखने बैठ जाता हूं ” यानी गोदी मीडिया वाले Channels देखने बैठ जाता हूँ यहाँ मुझे मुजरा और नाटक सब देखने को मिल जाता है ….यह हाल कर दिया है इन तवायफों और भांडों ने … अति दयनीय है यह सब कुछ ….. देश दुनिया में हमारे भारत का नाम था आज मज़ाक़ बनाई जा रही है . अब आप यह करो फ़क़ीर का कटोरा वापस कर दो और अपने वोट का सही इस्तेमाल करो यही राष्ट्र भक्ति और देश प्रेम है… फिलहाल ,,,,,शुक्रिया