क्या आपने नहीं किया अपना मोबाइल अभी तक साफ़ , बड़ी स्क्रीन वाले स्मार्ट फ़ोन से चिपके रहते हैं 20,000 से ज़्यादा कीटाणु
जी हाँ …..ताज़ा रिसर्च से पता चला है की एक मोबाइल की स्क्रीन या कवर के नीचे एक टॉयलेट सीट से भी ज़्यादा बेक्टेरिया पाए जाते हैं .जो कई प्रकार की खतरनाक बीमारियों का कारण होसकते हैं . ख़ास तौर से मेडिकल प्रोफेशन में काम करने वाले लोगों से इसके मरीज़ों में फैलने की काफी संभावनाएं हैं .
कई डॉक्टरों की टीम ने रिसर्च के बात बताया की मोबाइल में कई कलहातारनाक कीटाणु पाए गए हैं जिनमें इ – कोलाई नाम का बेक्टेरिया काफी खतरनाक है जिससे इंसान की आँतों में भयानक बीमारियां पैदा होने की पूरी आशंकाएं होती हैं ,,,किलेबसेला निमोनिया नामी वो कीटाणु है जो बेहद खतरनाक बताया जारहा है , कहा जारहा है की इस बेक्टेरिया पर कोई भी एंटी बायोटिक दवा असर नहीं कर पारही है .
पूरी दुनिया में लगभग ४०० करोड़ लोग मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल कर रहे हैं ऐसे में आप ज़रा सोचें की की ये स्तिथि कितनी भयानक है . अभी तक मोबाइल फ़ोन से निकलने वाली रेडिएशन के बारे में ही सुना था , लेकिन अब तो यह मोबाइल बीमारियों का चलता फिरता डिब्बा बन गया है .
ये हालत उस वक़्त और भी खतरनाक होजाती है जब एक डॉ दिन भर विभिन्न प्रकार के मरीज़ों के साथ रहकर रात को अपने परिवार में जाता ह ै इससे इस बात के पूरे इमकानात पैदा होते हैं की घर के लोगों को वो बीमारी होने का खतरा है जिस तरह के बीमार को डॉ ने छुआ है या देखा , क्योंकि बेक्टेरिया बीमार के सां के द्वारा डॉ के मोबाइल तक पहुँच रहा है .
इस बीमारी से बचने के उपाए
अब ऐसे में हमें यह करना होगा की की अपने मोबाइल को रोज़ाना हैंड वाश सिनेटाईज़र या डिटोल या कोई और एंटी बेक्टेरिया लिक्विड से अपने मोबाइल को किसी नरम कपडे या पेपर से अच्छी तरह साफ़ करना होगा , अगर रोज़ न कर पाएं तो हफ्ते में २ से ३ बार साफ़ करना ज़रूरी है इससे आपके मोबाइल के बेक्टेरिया लगभग साफ़ होजाएंगे .