भारत सरकार और अमेरिकी सरकार की आधिकारिक एजेंसियों के बीच आज आतंकवादी जांच सूचना के आदान-प्रदान से संबंधित एक व्यवस्था पर हस्ताक्षर किया गया है। इस व्यवस्था पर केंद्रीय गृह सचिव श्री राजीव महर्षि और भारत में अमेरिका के राजूदत श्री रिचर्ड वर्मा ने हस्ताक्षर किए।
इस व्यवस्था के अनुसार दोनों पक्ष निर्दिष्ट संपर्क बिंदुओं के जरिये आतंकवाद से संबंधित जांच सूचना का घरेलू कानूनों एवं नियमों के तहत एक दूसरे से साझा करेंगे।
इस व्यवस्था से भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद के मुकाबले में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
याद रहे आतंकवाद के विरुद्ध अमेरिका द्वारा चलाये गए अभियान के विपरीत परीणाम सामने आये हैं ।9 /11 के बाद से पूरी दुनिया में आतंकवाद की घटनाओं में 200 गुना इज़ाफ़ा हुआ है और इसी दौरान लगभग 5 मिलियन लोग क़त्ल होचुके हैं जो दुनिया की तारिख में सबसे भयानक खूंरेजी का दौर कहा जाएगा ।
दुनिया इस राज़ से भी पूरी तरह परिचित है है की अमेरिका के राष्ट्रपति बुश , इराक अटैक के बारे में २०० बार झूट बोल चूका है ।और बुश ने इस सम्बन्ध में माफ़ी भी मांगी थी लेकिन तब तक इराक तबाह हो चूका था ।
ऐसे में भारत का अमेरिका के साथ आतंकवाद के मुक़ाबले जाँच सूचना समझौता कितना कामयाब होगा कहना मुश्किल है अलबत्ता भारत की आंतरिक क़ानून वयवस्था में दखल अंदाज़ी का रास्ता अमेरिका के लिए ज़रूर खुल जाएगा ।टॉप ब्यूरो