झारखण्ड के सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया जा रहा ऐसा सबक़ जो न देश के हित में है न ही शिक्षा प्रणाली के , और जो लोग इसको कारनामा समझ रहे हैं वो भी अपने लिए अच्छा नहीं कररहे हैं , अगली सर्कार आज के नेताओं को क्या क्या कहेगी इसका देश को आभास है ,आज के देश के हालात के हिसाब से अधिकतर नेता चोरों की सूची में आजाने चाहिए, लोकतंत्र में इस प्रकार की शिक्षा नियमावली देश को कमज़ोर बना देगी .
देश में राजनीतिक स्तर तो दिन-प्रतिदिन गिरता ही जा रहा है, लेकिन अब इस गिरते हुए राजनीतिक माहौल देश की शिक्षा प्रणाली भी दूषित होती जा रही है.
दरअसल, इसका नजारा झारखण्ड के एक सरकारी स्कूल में देखने को मिला. जहाँ स्कूल में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु को चोर पढाया जा रहा. इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वीडियो में स्कूल का शिक्षक, ए से आदिवासी, बी से विदेश और सी से छोटा नागपुर दस्कारी अधियिनयम, डी से धरती, ई से इमिग्रेन, एफ से फीता और घ से घंटी तो पढ़ा ही रह है. साथ ही देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल भी कर रहा है.
वह बच्चों से कह रहा है कि च से चोर होता है और चाचा नेहरू चोरों के पहले मंत्री थे. वीडियो के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने आश्वासन दिया कि वे इस मामले की जांच करेंगे.
वीडियो राज्य के खूंटी में पत्थलगढ़ी के सरकारी स्कूल का बताया जा रहा है. हालांकि शिक्षा विभाग ने इस मामले से खुद को पूरी तरह अनभिज्ञ बताया.