डॉलर न होता तो नंगे होजाते ??
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में एक मैसेज काफी वायरल हुआ “अच्छा है कि मैं डॉलर अंडर वियर पहनता हूँ , रुपया (रूपा) का पहनता तो नंगा होजाता ” .
याद रहे डॉलर (Dollar ) और रूपा (Roopa) दोनों ही अंडर गारमेंट्स बनाने वाली कंपनियां हैं , तो सोशल मीडिया के मैसेज के माध्यम से यह बताने की कोशिश की गयी थी कि जो लोग Dollar (डॉलर) का अंडर वियर पहने हैं वो परेशां न हों ,जो लगातार उठ रहा है , और रूपया लगातार खिसक रहा है .
यदि रूपा अंडर वियर पहना हुआ होता तो इसका पहनने वाला नंगा न हो जाता ? जो लगातार नीचे खिसकता ही जा रहा है , संभाले नहीं संभल रहा .हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही हाल डॉलर का भी यही होना है, क्योंकि zions अमेरिका या US को नहीं बल्कि इजराइल को ग्रेटर इजराइल बनाना चाहते हैं .
इस मैसेज को अधिकतर लोगों ने सिर्फ एक मैसेज समझकर भुला दिया जबकि इसमें देश व दुनिया के लिए एक मैसेज है , जिसपर चिंता और चिंतन की आवश्यकता है . याद रहे 1947 में 1 dollar = 1 रुपया होता था और 70 साल में रुपया गिरते गिरते 73 पर आ पहुंचा है जबकि dollar लगातार बढ़ता ही जारहा है .
आपको याद होगा जब योरोपियन यूनियन की अपनी करेंसी यूरो डॉलर सामने आई तो एक समय था की उसने अमेरिकन डॉलर को पीछे छोड़ दिया था , जबकि US $ ने अपना मक़ाम वापस बेहतर बनाने में कामयाबी हासिल की .
आपको पता है ? US $ डॉलर जिन लोगों का है वो कौन लोग हैं ?आप जानते हैं न ?पहले यह समझें कि अमेरिका को US dollar छापने की इजाज़त फ़ेडरल रिज़र्व बैंक देता है और यह बैंक zions का है जो कट्टर यहूदी हैं और यहूदियों की State इजराइल है जिसकी करेंसी न्यू शेकेल (₪) है , US $ या अमेरिका से इनका लेना देना सिर्फ मतलब के लिए है .
दरअसल यहूदी एक खुआब देख रहे हैं कि पूरी दुनिया पर इनका क़ब्ज़ा होना है उनको great israel बनाना है , पूरी दुनिया को control करने के लिए ज़ाहिर है पैसा , मीडिया , और हथियार चाहिए और ये तीनो चीज़ों पर आज यहूदियों का क़ब्ज़ा है .
आपको मालूम है अगर zions को great Israel बनाना है और पूरी दुनिया को अपने कण्ट्रोल में करना है तो फिर इन्होने अमेरिका या अमेरिकन करेंसी और पूरी दुनिया के मीडिया को क्यों प्रमोट किया हुआ है , इसको आप इस तरह समझे कि अगर आप 2 लोग एक फ्लैट में रहते है और आप यह चाहते हैं कि TV आपके कमरे में हो आपका पार्टनर के कमरे में नहीं और आपका पार्टनर इसपर आसानी से राज़ी होजाये लेकिन उसका रिमोट वो अपने पास रखे तो TV पर चलने वाले प्रोग्राम पार्टनर कि मर्ज़ी के ही चलेंगे न ..?
इसी तरह आज यदि डॉलर तरक़्क़ी कर रहा है या दुनिया की मीडिया और सोशल मीडिया प्रगति पर है और ये विभिन्न नामों से चल रहे हैं तो याद रहे इन सबका कण्ट्रोल यहूदी कंपनियों के क़ब्ज़े में है ,और कुछ कंपनियां या देश खुश होते हैं कि हम तरक़्क़ी कर रहे हैं लेकिन कंट्रोलर जब चाहे जहाँ चाहें कोई भी गेम , खेल सकता है .
आज हमारे देश में ख़ास तौर से और पूरे एशिया में आम तौर से जो हालात हैं , Specifically अरब देशों में जो हालात हैं उसके लिए वहां के leaders जवाब देह हैं , क्योंकि जो लीडर अपना या अपने साथियों का भला सोचकर देश कि जनता का सौदा करता है एक रोज़ उसको इसकी बड़ी क़ीमत अदा करनी होती है .एडीटर के क़लम से
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