भारतीय टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना 42 साल की उम्र में पहली बार रोलैंड गैरोस सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने अपने साथी माटवे मिडिलकूप के साथ मिलकर ब्रिटेन के लॉयन ग्लैसपूल और फिनलैंड के हैरी हेलिओवारा की जोड़ी को 4-6, 6-4, 7-6 से मात दी।
बोपन्ना 2015 के बाद पहली बार किसी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। रोहन बोपन्ना पिछले सात सालों में पहली बार पुरुष युगल ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं, जबकि मिडिलकूप के साथ वो पहली बार किसी भी ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। क्वार्टर फाइनल मैच में मिडिलकूप ने कुछ जबरदस्त फोरहैंड शॉट लगाए, जबकि बोपन्ना ने आसानी से विनर्स अपने नाम किए। बोपन्ना इससे पहले 2015 में विम्बलडन ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे थे। इस टूर्नामेंट में उनके जोड़ीदार फ्लोरिन मेरगेआ थे।
मिडलकूप की सर्विस पर बोपन्ना ने नेट के करीब बैकहैंड गलती कर दी और ब्रेकप्वाइंट तक पहुंचे, लेकिन इसे और अगले को भी बचाने में सफल रहे. दसवें गेम में मेकटिच सर्विस करते हुए दबाव में दिख रहे थे. एक मैच प्वाइंट से पिछड़ रहे मिडलकूप ने विनर और फिर बोपन्ना ने फारहैंड पर शानदार विनर लगाकर 5-5 से बराबरी हासिल की. इसके बाद लय बदल गई फिर बोपन्ना ने अपना बेहतर खेल दिखाया और पाविच भी बड़ी सर्विस से सुपर टाइ-ब्रेक तक पहुंचे.
दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी कई मैच प्वाइंट अपने नाम करते हुए 9-6 तक पहुंची, लेकिन भारतीय-नीदरलैंड की जोड़ी ने वापसी के लिए गजब का जज्बा दिखाया और चार मैच प्वाइंट बचाकर सुपर टाई-ब्रेक तक पहुंच गए.
सेमीफाइनल में बोपन्ना-मिडिलकूप की जोड़ी का सामना मार्सेलो अरेवलो और जेन-जूलिन रोजर की जोड़ी से होगा। रोहन बोपन्ना और मिडिलकूप ने इससे पहले बेलग्रेड में एटीपी 250 इवेंट खेला था। इसके बाद इटली ओपन में दोनों साथ आए थे। बोपन्ना इससे पहले मरे के साथ मिलकर मोंटे कार्लो मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं।