गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र ने कहा – पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर लगा प्रतिबंध सबूतों पर आधारित, कई राज्यों ने फैसले का स्वागत किया
केरल से सांसद कोडिकुन्नाल सुरेश ने कहा, हम RSS पर भी बैन की मांग करते हैं
सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है :Lalu Yadav
सर्कार का पक्ष PFI के सम्बन्ध में
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा ने कहा है कि सबूतों के आधार पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया- (PFI ) के खिलाफ कार्रवाई की गई है। नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में अजय मिश्रा उर्फ़ टेनी ने कहा कि यदि पीएफआई की गतिविधियां देश के लिए घातक नहीं होती तो उस पर प्रतिबंध क्यों लगाया जाता |
विपक्षी पार्टियों के नेताओं का पक्ष
लालू यादव ने ट्वीट कर कहा कि PFI की तरह जितने भी नफरत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है. सबसे पहले RSS…को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है. आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है. सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था.
केरल से कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा, हम भी RSS पर बैन की मांग करते हैं. पीएफआई पर प्रतिबंध लगाना कोई उपाय नहीं है. आरएसएस भी हर जगह सांप्रदायिकता फैला रहा है. उधर, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि जनता को सुरक्षा चाहिए. अगर इतने दिन से ये हो रहा था तो आप क्या कर रहे थे .
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, जो कोई भी समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश करता है, अगर उस पर कार्रवाई की जाती है. हमारे पास कोई मुद्दा नहीं है. RSS ने भी समाज में अशांति फैलाने की कोशिश की इनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.
पीएफआई बैन पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा, देश में कोई भी संस्था जो गैर कानूनी काम करती है, नफरत फैलाने का काम करती है, उनके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई ..कार्रवाई होनी ही चाहिए. जांच एजेंसियों ने जो साक्ष्य जुटाए हैं वे सामने रखेंगे.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (M) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि हमें लगता है कि पीएफआई की चरमपंथी गतिविधियां खत्म होनी चाहिए, केरल में पीएफआई और आरएसएस…के कार्यकर्तांओं की हत्याओं और जवाबी हत्याओं के कारण हिंसा होती है. दोनों पर रोक लगनी चाहिए. उन्होंने कहा, बैन हल नहीं है. उन्होंने कहा कि गांधी की हत्या के बाद आरएसएस पर तीन बार बैन लगा, लेकिन क्या इससे कुछ रुका ?.
संघ के पूर्व संचालक का बयान
मुंबई के संघ प्रचारक (RSS) रहे यशवंत शिंदे ( Yashwant Shinde) ये दावा कर रहे हैं. कि आरएसएस देश को दहलाने के लिए बम (Bomb) बनाने की ट्रेनिंग देता है. तथाकथित वीडियो में शिंदे को यह कहते हैं कि अदालत में हलफ़नामा दायर करते हुए साल 2006 के पटबंधरे () नगर बम विस्फोट मामले में गवाह बनने के लिए वे राजी हो गए हैं.
aajtak.in
नई दिल्ली,
28 सितंबर 2022,
(अपडेटेड 28 सितंबर 2022, 1:48 PM IST)
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