जामिया मस्जिद में पूजा करने के विश्व हिंदू हिंदू परिषद के आह्वान के मद्देनजर कर्नाटक के श्रीरंगपटना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. कुछ दक्षिणपंथी संगठनों का दावा है कि 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की पूर्ववर्ती राजधानी श्रीरंगपटना में स्थित इस मस्जिद को एक हनुमान मंदिर को नष्ट करके बनाया गया है.
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ी है। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प की भी जानकारी सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस ने वीएचपी वर्कर्स पर बल प्रयोग करते हुए उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया है।श्री रंगपटना स्थित जामा मस्जिद को टीपू सुल्तान ने बनवाया था। जिसको लेकर विवाद बना हुआ है।
दरअसल बीते महीने ‘नरेंद्र मोदी विचार मंच’ ने मांड्या के डिप्टी कमिश्नर से संपर्क साधा था। साथ ही मंच ने इस बात का दावा किया था कि मस्जिद-ए-आला ‘मूडला बगिलु अंजनेया स्वामी मंदिर’ था। मंच का मानना है कि वहां पर पहले हनुमान मंदिर हुआ करता था। जिसको 18वीं शताब्दी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान ने तुड़वाकर वहां मस्जिद बनवा दी। मंच ने कहा कि वहां पर हिंदुओं को पूजा करने की अनुमति दी जाए।प्रशासन ने जामिया मस्जिद की ओर जाने वाले रास्तों को सील कर दिया है और मस्जिद के आसपास 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
पुलिस ने राज्य के ऐतिहासिक शहर श्रीरंगपटना में फ्लैग मार्च किया. फ्लैग मार्च का नेतृत्व करने वाले एसपी यतीश ने कहा कि नगर में शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं.
राज्य गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि हिंदू कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके से अपने अधिकारों और मांगों को उठा सकते हैं.
बजरंग दल के नेता कल्लाहल्ली बालू ने कहा कि वे श्रीरंगपटना शहर में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. उन्होंने कहा, “जामिया मस्जिद का सर्वेक्षण उत्तर प्रदेश में ज्ञानवापी मस्जिद की तर्ज पर किया जाना चाहिए. जैसा कि गृह मंत्री ने कहा है, हम अपनी मांग को शांति पूर्ण तरीके से रखेंगे.”