उत्तर प्रदेश में बीते दिनों जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर यूपी सरकार ने 17 जून को विशेष सर्तक रहने का निर्देष दिया है। पुलिस की पहले कोशिश जुमे की नमाज के बाद किसी तरह की कोई अशांति जैसी स्थिति न बने।
धर्मगुरुओं के साथ संवाद कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है। उन्हें किसी तरह के विरोध प्रदर्शन से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। हालांकि अराजक तत्वों से निपटने के लिए तैयारी भी की जा रही है।
डीजीपी डीएस चौहान ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से गहन समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रदेश भर में सभी प्रमुख धर्म गुरूओं से संवाद कर शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग मांगा गया है।
थाना स्तर पर पीस कमेटी की बैठकों का आयोजन भी किया गया है तथा सिविल डिफेंस के कर्मियों को भी शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी सौपी गयी है। सभी संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी, वीडियों कैमरे व ड्रोन से आवश्यकतानुसार निगरानी की जायेगी तथा पुलिस द्वारा सेक्टर योजना को भी लागू किया गया।
कड़ी सतर्कता बरतने तथा किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से कड़ाई से निपटनें के निर्देश दिये गये हैं। सभी जिलों में पुलिस द्वारा फुट पेट्रोलिंग व अर्ध सैनिक बलों द्वारा फ्लैग मार्च किये जाने के भी निर्देश दिये गये हैं।पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार के लिए इस बार विभिन्न जिलों में पीएसी की 130 और आरएएफ की 10 कंपनियां लगाई गई हैं। जिन जिलों में विरोध प्रदर्शन की आशंका है, वहां अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जोन और रेंज स्तर पर पीएसी व पुलिस बल भी उपलब्ध रहेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी यूपी में विशेष सतर्कता रहेगी। संवेदनशील स्थानों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
मौलाना रशीद फिरंगी महली ने भी वीडियो जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। रशीद फिरंगी महली ने वीडियो संदेश में कहा कि मुसलमान जुमा की नमाज के बाद किसी भी तरह की प्रदर्शन और नारेबाजी न की जाए। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है और यहां सिर्फ इबादत की जाए।
यूपी में पिछले दो हफ्तों से जुमे के दिन हो रही हिंसा को लेकर इस बार प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सभी बड़े मुस्लिम धर्मगुरू लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। दूसरी तरफ प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संवेदनशील इलाकों में लगातार गश्त लगाई जा रही है।