किसानों , मज़दूरों और सेना के साथ किसी प्रकार का छल नहीं होगा बर्दाश्त ,मुम्बई हमले के शहीदोँ को दी श्रद्धांजलि

Vice President, AICC
Intellectual Cell
नई दिल्ली,26 Nov .2020//Press Release: अखिल भारतीय काँग्रेस कमिटी के विचार विभाग की उपाध्यक्षा डॉ .जया शुक्ला ने मुम्बई हमले के शहीदोँ को श्रद्धांजलि दी।आज संविधान दिवस पर डॉ शुक्ला ने कहा कि भारत का संविधान विश्व का सर्वश्रेष्ठ संविधान माना जाता है, भारतीय संविधान पर हम सभी देशवासियोँ को गर्व होना चाहिए, किंतु कुछ तथाकथित देशभक्त लगातार इसे बदलने की कुचेष्टा मेँ लगे हैँ, हम सबको अपने संविधान की गरिमा ,अक्षुणता क़ायम रखने का प्रण लेना है।और इसकी रक्षा में खुलकर आगे आने की ज़रूरत है .
सेना का जिस प्रकार चुनावों में दुरूपयोग किया गया है यह सरासर निंदनीय है , सेना को मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित रखे जाने का मामला पहली बार ही BJP सरकार में सामने आया है , देश की जनता अपना निजी नुकसान बर्दाश्त कर सकती है , किन्तु किसान , मज़दूर और जवान के मान , सम्मान और गौरव से कोई समझौता नहीं कर सकती .

Dr,जया शुक्ला ने कहा जनता ने वर्तमान सरकार को प्रचंड बहुमत मनमानी करने के लिए नहीं अपितु एक बेहतर विकल्प के रूप में आज़माने के लिए दिया था ,किन्तु सरकार देश की संपत्ति , संस्कृति ,साख तथा भंडारों को समाप्त करने में व्यस्त है , और पूंजीवादी तथा चंद Corporate घरानो की सरकार बनकर रह गयी है , देश आर्थिक गिरावट के अबतक के सबसे निचले पायदान पर पहुँच गया , बेरोज़गारी चर्म पर है , आपसी भाईचारा तबाह हो गया है , हर नागरिक खौफ के माहौल में जीने को मजबूर है , आत्म हत्या का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है , क्या देश की जनता अब इसको बर्दाश्त करेगी ?


डॉ शुक्ला ने कहा ,आज सरकार में बैठे कई नेता बगल में छुरी लेकर घूम रहे हैं जो बापू की तरह संविधान को भी ख़त्म करदेना चाहते हैं , बार बार संविधान के साथ छेड़ छाड़ इसका सुबूत है , और ग्रह मंत्री जिस नई तारिख को लिखने की बात करते हैं वो यही है की संविधान को ख़त्म किया जाएगा , जबकि देश की जनता ऐसा नहीं होने देगी , और अपने संविधान की रक्षा हेतु बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी .वर्तमान सरकार जिस तारिख को लिखने की बात करती है वो सावरकर और गोलवलकर की तारिख है वो गोडसे की तारीख़ है जो देश पर एक बदनुमा दाग है .

डॉ शुक्ला ने चिन्ता और आक्रोश जताते हुए कहा कि किसानो को समाप्त करने का सरकार का प्लान हम सफल नहीं होने देंगे , यह काला कृषि कानून सरकार को वापस लेना ही होगा , वर्ना देश के सभी किसान संगठनों के साथ विपक्ष सड़कों पर उतर आएंगे . उस समय सरकार महामारी का बहाना बनाकर किसानो , मज़दूरों के अधिकारों का हनन नहीं कर पाएगी.और नहीं रोक पाएगी .

शुक्ला ने चेताते हुए कहा , सरकार की किसान विरोधी नीतियों की एक सीमा होगी लेकिन वर्तमान सरकार CORONA की आड़ में जो षड्यंत्र रच रही है वो जग ज़ाहिर है , और आज जिस तरह किसानो के ऊपर ठण्ड के मौसम में वाटर कैनन और आंसू गैस का बर्बरतापूर्वक इस्तेमाल किया गया वो इंतहाई निंदनीय है ,सरकार के इस कायरतापूर्ण तथा दमनकारी अमल को देश की जनता और किसान मुआफ नहीं करेंगे .

डॉ शुक्ल ने कहा आज किसान त्रस्त और बिचौलिए दलाल मस्त हैँ।किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीँ पा रहे, बाज़ार की बड़ी ताकतेँ उन्हेँ लूट रही हैँ ,लिहाज़ा किसान की रक्षा देश की रक्षा है .किसान का नफ़ा देश का नफ़ा है. किन्तु आज सरकार की किसान विरोधी नीतियां देश को कमज़ोर करने की तरफ तेज़ी से बढ़ रही है , इसको रोकना कांग्रेस और तमाम विपक्षी पार्टियों का एक मात्र लक्ष्य होना चाहिए
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