Insp. सुबोध कुमार के क़त्ल का मुख्य आरोपी शिखर को सम्मान ,ग़मगीन परिवार सकते में
शिखर अग्रवाल को पद से हटाया गया, अखिलेश ने साधा बीजेपी पर निशाना

बुलंदशहर :शहीद Insp .सुबोध कुमार की हत्या के मुख्य आरोपी शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना संस्था में जागरूकता अभियान के जिला महामंत्री पद से सम्मानित किया गया है , सियासी पंडितों का मानना है कि यह सम्मान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को क़त्ल करने के लिए इनाम के तौर पर दिया गया है , हालांकि इस खबर के सोशल मीडिया पर चर्चा में आने के बाद शिखर को इस पद से हटा भी दिया गया .
जिसका आधार वही घिसी पिटी स्टोरी गौकुशी रखा गया जिसके नाम पर हज़ारों लोग देखते ही देखते चिंगरौठी ठाणे पर इकट्ठे हो गए , और बुलंदशहर से गढ़ का मैन रोड जाम करने के लिए पेड़ों को काटकर डाला गया , घटना की सूचना Insp . सुबोध को मिली और वे तुरंत अपनी टीम के साथ घटना स्थल पहुँच गए . आपको याद दिला दें उसी रोज़ बुलंद शहर में आलमी तब्लीग़ी इज्तमा का समापन समारोह था और देश भर से आये लोग अपने शहरों को लौट रहे थे .

समाज दुश्मंन तत्वों की योजना यह बताई गयी थी कि इज्तमा से लौटने वाले लाखों लोगों को जो बिजनौर , अमरोहा , संभल , मुरादाबाद , रामपुर और बरैली जाने वाले इसी रोड से गुज़रेंगे , यहाँ उनका नरसंहार किया जाएगा किन्तु वे अपनी इस नापाक योजना में कामयाब नहीं हो पाए
आपको याद होगा बुलंद शहर के स्याना तहसील के चिंगरौठी थाना क्षेत्र में Insp. सुबोध कुमार की दर्जनों उपद्रवियों द्वारा हत्या करदी गयी थी , जिसका मुख्य आरोपी था शिखर अग्रवाल . Insp .सुबोध कुमार की हत्या के इस आरोपी को दिए गए सियासी सम्मान पर जैसे ही आलोचना शुरू हुयी , इसके बाद इसको को पद से हटा दिया गया है।सुबोध कुमार क़त्ल के मुख्य आरोपी को सम्मानित करने और उसको PM जनकल्याणकारी योजना संस्था के महामंत्री की ज़िम्मेदारी देने की इस प्रकिर्या को UP के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और कांग्रेस की महा सचिव प्रियंका गाँधी ने शर्मनाक बताया .तथा इन लोगों ने अपने ट्वीट करके बीजेपी पर निशाना साधा ।

आपको बता दें उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में 3 दिसंबर 2018 को स्याना कोतवाली क्षेत्र के चिंगरावठी में एक बड़ी सांप्रदायिक हिंसा की कोशिश हुई थी।याद रहे उस दिन लाखों लोग बुलंदशहर तब्लीग़ी इज्तमा के समापन दुआ के बाद अपने घरों को लौट रहे थे , और इन उपद्रवियों का उनपर हमला करने की योजना थी जिसको शहीद Insp .सुबोध कुमार ने अपनी जान की क़ुरबानी देकर टाल दिया .सुबोध कुमार की इस क़ुरबानी को रहती दुनिया तक याद रखा जाना चाहिए . और उन दंगाई , आतंकियों को भी याद रखा जाना चाहिए जो क्षेत्र के सोहाद्र पूर्ण माहौल को बिगाड़ने और शान्ति को भंग करने की योजना बना रहे थे .

इस हिंसा के मुख्य आरोपियों में से एक शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना जागरूकता अभियान का जिला महामंत्री बनाया गया है। इस नियुक्ति के बाद बुलंदशहर हिंसा का मामला एक बार फिर चर्चाओं में आगया , और Insp . सुबोध कुमार के परिवार का ज़ख्म हरा होगया , इस सम्बन्ध में टाइम्स ऑफ़ पीडिया के Editor ने खुद शहीद Insp . सुबोध कुमार के बड़े बेटे श्रेय कुमार से बात की तो उन्होंने अपना दुःख प्रकट किया और कहा की इस प्रकार की घटनाएं समाज के लिए कलंक हैं और यदि पुलिस के ईमानदार और बहादुर कर्मचारियों और अधिकारीयों के क़ातिलों को सरकारी संरक्षण दिया गया और उनको सम्मानित किया गया तो यह पुलिस के मनो बल को कमज़ोर करेगा और देश की जनता का विशवास टूटेगा ।

हालाँकि बुलंदशहर हिंसा के आरोपी शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान का जिला महामंत्री बनाने पर किरकिरी होने के बाद BJP ने यूटर्न लिया है। संस्था ने शिखर अग्रवाल को महामंत्री पद से हटा दिया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि इस संस्था का बीजेपी से कोई लेना देना नहीं है।बतादें कि शिखर अग्रवाल की पदोन्नति किए जाने पर सोशल मीडिया पर काफी लोग सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की आलोचना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 3 दिसंबर 2018 को बुलंद शहर ज़िले के सियाणा तहसील के चिंगरौठी ठाणे पर यह हिंसा हुई थी, जिसके बाद 27 लोगों के खिलाफ नामज़द FIR दर्ज की गई थी. लगभग 65 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था, जिसमें 44 लोग जेल भेजे गए थे .जबकि ४० को जमानत मिल चुकी है, वहीं हत्या के आरोपी 4 लोग अभी भी सलाखों के पीछे हैं.हालाँकि शहीद के बेटे श्रेय प्रताप का कहना है कि आरोपियों का इतने कम समय में बाहर आजाना न्याय वयवस्था पर सवालिया निशान लगाता है . उन्होंने आगे कहा आरोपियों को सरकारी संरक्षण पुलिस के मनो बल को कमज़ोर करता है , जिसके नतीजे में इस प्रकार की वारदात आये दिन होने लगी हैं .

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “‘बुलंदशहर में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी को भाजपा द्वारा अपने संगठन में PM जनकल्याण योजना अभियान का महामंत्री बनाना, आरोपियों को सत्ता का संरक्षण देना है। यदि ऐसे अपराधी को इस तरह का सम्मान मिलेगा तो यकीनन इससे हमारे पुलिस अधिकारियों का मनोबल गिरेगा।”‘
बता दें कि शनिवार सुबह बीजेपी के जिलाध्यक्ष शिखर अग्रवाल को नियुक्ति पात्र देते हुए फोटो वायरल हुई थी। हालांकि विवाद होने पर शिखर अग्रवाल को पद से हटा दिया। जिलाध्यक्ष का कहना था कि इससे बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है। बताया जा रहा है कि 16 जुलाई को एक कार्यक्रम में शिखर को जनकल्याणकारी योजना संस्था में महामंत्री नियुक्त किया गया था। इस कार्यक्रम में बीजेपी बुलंदशहर ज़िले के जिलाध्यक्ष अनिल सिसौदिया समेत कई नेता मौजूद थे।

रविवार को शिखर को सर्टिफिकेट देते हुए तस्वीर वायरल हुई तो बीजेपी निशाने पर आ गई। इसके बाद आनन-फानन में पार्टी ने देर रात प्रेस रिलीज जारी कर स्पष्ट किया कि शिखर अग्रवाल को महामंत्री पद से हटा दिया गया है। साथ ही इस संस्था के जिलाध्यक्ष प्रियतम कुमार ने इसका भी स्पष्टीकरण दिया कि संस्था का बीजेपी से कोई संबंध नहीं है।जबकि BJP से इस संस्था का सम्बन्ध होने के कई प्रमाण मौजूद हैं
फिलहाल बुलंद शहर के स्याना तहसील इलाक़े के चिंगरावठी नयाबांस समेत आस-पास के गांव में डेढ़ साल बाद भी सब कुछ पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाया है, NDA की तैयारी कर रहे मृतक सुमित के पिता अमरजीत सिंह का कहना है कि वो अपने बेटे के लिए न्याय की मांग को लेकर सीएम योगी से भी पूर्व में मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन उन्हें कोई मदद कहीं से भी नहीं मिली है.मृतक के पिता को फिलहाल योगी सरकार से न्याय की उम्मीद नज़र नहीं आती है .TOP Bureau