मूल्य समर्थन योजना के तहत प्रदेश में गेहूं की खरीद एक अप्रैल से 31 मई तक होने की बात कही थी। इसके साथ जरूरत पड़ने पर इस तिथि को सरकार की स्वीकृति मिलने पर जून माह तक बढ़ाया जा सकता है।
सरकार की ओर से साफ कहा गया है कि किसानों को गेहूं की बिक्री और मूल्य भुगतान में दिक्कतों का सामना न करना पड़ा। प्रदेश में गेंहू खरीद के लिए गढ़वाल और कुमाऊं में 241 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। अब तक 15406 क्विंटल से अधिक गेंहू की खरीद की जा चुकी है। गेहूं की खरीद के दौरान भुगतान को लेकर किसान परेशान थे, लेकिन सरकार की ओर से कहा गया कि प्रदेश में एक अप्रैल से प्रारंभ हुई गेहूं की खरीद के दौरान भुगतान को लेकर किसानों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
गेहूं के मूल्य का भुगतान हर हाल में एक सप्ताह के भीतर करना होगा। भुगतान ऑॉनलाइन माध्यम से सीधे किसानों के खातों में होगा। इस संबंध में क्रय एजेंसियों को निर्देश दिए गए।प्रदेश के गेहूं किसानों को प्रति क्विंटल 20 रुपये बोनस के कैबिनेट के फैसले के बाद शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीदेगी, उसमें तय मूल्य के साथ 20 रुपये बोनस जोड़कर देगी। गेंहू किसानों को अब प्रति क्विंटल 2035 रुपये मिलेंगे।