34 साल पुराने रोड रेज केस में एक साल की सजा काट रहे कांग्रेस के कद्दावर नेता नवजोत सिंह सिद्धू की सुरक्षा में भारी चूक सामने आई है। सिद्धू को पटियाला जेल के अंदर लाइब्रेरी बैरक नंबर 10 में ऐसे कैदी के साथ रखा गया, जिस पर ड्रग्स और हथियारों की तस्करी से जुड़े आरोप हैं। यह इसलिए बेहद गंभीर माना जा रहा है क्योंकि सिद्धू अपने राजनीतिक जीवन में ड्रग्स का मुद्दा उठाते रहे हैं और वे ड्रग्स सिंडिकेट के हिटलिस्ट में रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाये जाने के एक दिन बाद सिद्धू ने शुक्रवार को आत्मसमर्पण किया था। शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे औपचारिकताएं पूरी करने के बाद सिद्धू को बैरक में बंद कर दिया गया। हैरानी की बात ये है कि सिद्धू को जिस बैरक में रखा गया, वहां पर CIA के पूर्व इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह भी कैद थे।
सिद्धू को जब शुक्रवार को इंद्रजीत सिंह के साथ बंद किया गया तो जेल के कर्मचारी भी अफसरों के फैसले से हैरान थे। चूंकि सिद्धू लगातार नशा तस्करों के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। पुलिस अफसर भी इस बात को मानते हैं कि पंजाब के ड्रग तस्कर के साथ सिद्धू को रखना उनकी जान के लिए खतरा है।बहरहाल मामला सामने आने के बाद आरोपी को दूसरी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है।
खबरों के अनुसार, सिद्धू की सुरक्षा में चूक का मामला इसलिए गंभीर है क्योंकि सिद्धू अपने राजनीतिक जीवन में ड्रग्स का मुद्दा उठाते रहे हैं। सिद्धू को जिस बैरक में रखा गया, वहां पर सीआईए के पूर्व इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह भी कैद थे। इंद्रजीत सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उन पर ड्रग्स तस्करी में सांठगांठ के आरोप हैं।
हालांकि मामला सामने आने के बाद आरोपी को दूसरी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। जेल कर्मचारियों ने इस मामले में हुई चूक पर गौर करने की बात कही है।उन्होंने दावा किया कि जेल के अंदर कोई सुरक्षा समस्या नहीं थी।