बीते 2 साल में कोरोना संक्रमण के चलते लाखों लोगों की जानें गयी हैं और करोड़ों जिंदगियां इससे प्रभावित हुई है। हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार भारत में कोरोना संक्रमण के बाद लॉन्ग कोविड की वजह से 4 करोड़ लोग प्रभावित हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण शुरू होने के दो साल बाद भी देश में 4 करोड़ लोग ऐसे हैं जो लॉन्ग कोविड से प्रभावित हैं। दरअसल लॉन्ग कोविड एक ऐसी स्थिति है जिसमें मरीज को कोरोना से ठीक होने के बाद भी 4 हफ्ते या उससे अधिक समय के लिए कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं।
यूनाइटेड किंगडम के शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा किये गए इस शोध के मुताबिक ज्यादातर मामलों में सांस लेने में दिक्कत, शरीर में थकान और जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं।वैश्विक अध्ययनों और मेडिकल रिकॉर्ड के डाटाबेस से आंकड़े लिए। उन्होंने 204 देशों के ग्लोबल बर्डेन ऑफ डिजीज से भी आंकड़े लिए।
अध्ययन के अनुसार, 2020 और 2021 में 14.47 करोड़ लोग कम से कम तीन में से एक लक्षण से प्रभावित हुए। इनमें से 60.4 प्रतिशत लोगों को खांसी, जुकाम और सांस लेने में तकलीफ जैसी श्वसन संबंधी परेशानी हुई।
लॉन्ग कोविड से जूझने वाले लोगों में से 50 फीसदी से अधिक लोगों ने शरीर में दर्द, हमेशा थकान होने और आसानी से निराश होने की शिकायत की। ध्यान लगाने में परेशानी की शिकायत 35.4 प्रतिशत लोगों ने की।
लॉन्ग कोविड की शिकायत 20 से 29 साल की महिलाओं में अधिक पाई गई। इसके अलावा बच्चों में भी लॉन्ग कोविड के लक्षण पाए गए।