चारा घोटाला मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को दोषी क़रार दिया है. लालू यादव सहित अन्य 15 दोषियों को 3 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी. हालांकि जगन्नाथ मिश्रा सहित सात लोगों को रिहा भी कर दिया गया है.
फिलहाल लालू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें होटवार जेल ले जाया जा रहा है. ऐसे में अब लालू का नया साल जेल की सलाखों के पीछे मनेगा. करीब 90 लाख रुपए के घोटाले में कोर्ट ने उन्हें यह सजा सुनाई है.
याद रहे 1996 में हुए इस घोटाले से जुड़े एक मामले में 2013 में निचली अदालत लालू को पहले ही दोषी करार दे चुकी है. जिसकी वजह से उन्हें लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य ठहरा दिया गया था.
फैसला सुनाए जाने से पहले एक न्यूज चैनल से बातचीत में लालू ने कहा कि सबको न्याय मिल रहा है, मैं तो पिछड़ी जाति से हूं, मुझे न्याय मिलने की उम्मीद है. लालू ने कहा कि एक ही आदमी को कई केसों में फंसाया गया है.
अदालत के इस फ़ैसले पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा, ”जो बोया वो काटो ! बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होई. यह तो होना ही था.”
ज्ञात हो की लालू पिछले विधान सभा चुनाव में और उसके बाद भी प्रधान मंत्री मोदी के खिलाफ तथा दलितों , पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हित के लिए मुखर होकर बोलते रहे हैं और उनको इसके लिए चेताया भी गया था , हालाँकि CBI की विशेष अदालत के फैसले को चुनौती देने की लालू सहयोगियों की पूरी तैयारी है , देखना यह है की अदालत इस सम्बन्ध में निष्पक्ष होकर फैसला लेती है या फिर सत्तापक्ष से प्रभावित होती है , लेकिन जनता अभी भी अदालत पर भरोसा रखती है .टॉप ब्यूरो