नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी और नितीश की होने वाली हाल की लगातार मुलाक़ातों के चलते अचानक नितीश कुमार और पाटीदार आंदोलनकारी नौजवान नेता तथा गुजरात की राजनीती में परिवर्तन की उम्मीद हार्दिक पटेल की अचानक मुलाक़ात को राजनितिक पंडित मोदी की चाणक्य नीति का हिस्सा बता रहे हैं , हालांकि समाचारों के अनुसार मोदी के गढ़ गुजरात में हार्दिक पटेल की अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना के साथ मिलकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द ही गुजरात में रैलियों की शुरुआत करने वाले है।आपको बता दें की पाटीदार आंदोलन के मुखिया हार्दिक पटेल को इस साल हाइकोर्ट के आदेश पर राजद्रोह के मामले में दर्ज केस के चलते उदयपुर भेज दिया गया था और 6 महीने के लिए उन्हें गुजरात से बाहर रहने का आदेश दिया गया था।
सूत्रों के मुताबिक अब हार्दिक पटेल राज्य में नीतीश कुमार के साथ जोरदार वापसी करेंगे और दोनों नेता मेहसाना, राजकोट और सूरत में होने वाली रैलियों में मोदी सरकार और राज्य की विजय रुपानी सरकार को चुनौती देंगे और नीतीश-हार्दिक की जोड़ी गुजरात में दलित-पटेल-मुस्लिम मोर्चे का चेहरा बन सकती है जिसके सूत्रधार नीतीश कुमार होंगे।इस सम्बन्ध में हार्दिक नितीश से मिलने वाले हैं ,गौरतलब है कि नीतीश कुमार के इस कदम ने उन अफवाहों पर विराम लग सकता है जिसमें कहा जा रहा था कि नीतीश कुमार बीजेपी के करीब आ रहे हैं।हालांकि सियासत में सब कुछ संभव बताया जाता है ,मगर तेरहवीं के बाद ही किसी अंतिम राये पर मोहर लगाई जासकती है ।Top Bureau