सबसे पहले दिल्ली में सद्भाव और इन्साफ को सुनिश्चित करो CM
दिल्ली के तीसरी बार CM बने अरविन्द केजरीवाल का दिल्ली को दुनिया का सबसे खूबसूरत शहर बनाने का सपना ज़रूर पूरा हो ऐसी हमारी मनो कामना है और दुआ भी . लेकिन उनके मुख्यमंत्री का पद भार सँभालने के सिर्फ १३ दिन के बाद ही ऐसा लगा जैसे केजरीवाल के सपने की 13 वीं होगई हो .
दिल्ली के मुख्यमंत्री की हैसियत से दिल्ली हिंसा के दौरान होने वाली तबाही पर 3 दिन तक केजरीवाल की ख़ामोशी उनकी उस Kiss को सवालों के घेरे में लेने लगी थी जो उन्होंने CM के शपथ ग्रहण समारोह में राम लीला ग्राउंड में मौजूद दिल्ली वासियों को दी थी .
अच्छी शुरुआत अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से औपचारिक मुलाकात की. दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले ज्यादातर मामले केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय से ही ताल्लुक रखते हैं. दोनों नेताओं ने दिल्ली को सबसे बेहतरीन शहर बनाने के सपने पर साथ मिलकर काम करने का फैसला लिया.
लेकिन याद रहे दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को ही दिल्ली पुलिस को जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और अन्य 9 लोगों पर 2016 के राजद्रोह मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी , जो अभी तक pending चल रहा था या जिसमें दिल्ली सर्कार की मंज़ूरी दरकार थी . इस समाचार के बाद बॉलीवुड गलियारे से भी जमकर रिएक्शन आए.
सिमी गरेवाल (Simi Garewal) ने अपने ट्वीट में लिखा: “कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) पर मुकदमा चलाने के इस एक कदम से अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने वह सम्मान खो दिया, जो मेरे मन में उनके प्रति कभी था. मुझे अफसोस है कि मैंने कभी उनका बचाव किया या उनका समर्थन किया.” सिमी गरेवाल ने इस तरह अपने ट्वीट में केजरीवाल और उनकी पार्टी पर निशाना साधा है.
सोशल मीडिया पर अकसर अपने ट्वीट को लेकर सुर्खियों में रहने वाले अनुराग कश्यप ने अपने ट्विटर हैंडल से केजरीवाल पर तंज कसते हुए लिखा, “महाशय अरविंद केजरीवाल जी, आपको क्या कहें.” अनुराग कश्यप ने आगे कहा, “स्पाइनलेस तो प्रशंसा है, आप तो हैं ही नहीं, कितने में बिके?”
खैर ये वक्तव्य तो रहे उन लोगों के जो केजरीवाल के Supporters में गिने जाते थे जो अब कन्हैया के case में उन पर राजद्रोह का मुक़द्दमा चलने की इजाज़त देने के बाद केजरीवाल के विरोध के मूड में आगये हैं . मगर अब प्रशंसा में उतरने का उन लोगों का इंतज़ार है जो अब तक AK को खांसी वाले बाबा , maflarman , धरने वाला CM इत्यादि के नाम से याद करते रहे हैं .
हनुमान के ताज़ा भक्त के रूप में दिल्ली की जनता के सामने आने वाले केजरीवाल को उनके साथ मिलकर देखने वाले लोगों की भी संख्या है जो एक मस्जिद की मीनार पर चढ़कर हनुमान का झंडा लगा रहे हैं . खैर यह तो दुनिया है , इसमें कहीं चैन नहीं है लेकिन बात बात में जनता के बीच पहुँचने वाले केजरीवाल दिल्ली हिंसा में बर्बाद होने वाले घरों के लुटे लोग इस बात की उम्मीद रखते थे की उनके मुख्यमंत्री उनको सांत्वना और ताज़ियत के लिए वो उनके पास आएंगे .
शायद जाने की योजना हो मगर अभी तो इस सबको दिएर हो ही रही है . लेकिन इस विरोध के लिए कोंग्रेसी नेताओं को भी बख्शा तो नहीं जा रहा है राहुल , सोनिया , प्रियंका सब पर जनता की नज़र तो है और होनी भी चाहिए हिंसा के ३ दिनों में जैसे सभी नेताओं ने चुप्पी साध ली थी क्या हिन्दू क्या मुस्लिम क्या कोंग्रेसी क्या गैर भाजपाई .
मगर आज जंतर मन्त्र पर शांति रैली में भाग लेकर कपिल मिश्रा ने बाज़ी मार ली , और बड़े बड़े नेताओं की सियासत को फ़िलहाल मात देने का पत्ता चल दिया , लेकिन तुरप का पत्ता किसके पास है यह देखना अभी बाक़ी है . हालाँकि इंसानी लाशों पर सियासत का खेल कभी कोई जीत नहीं पायेगा क्योंकि यह खेल यानी नफरत और इंसानी लाशों का खेल नहीं बल्कि यह वो साज़िश है जिसका नतीजा सिर्फ बर्बादी , तबाही और पछतावा है जिसका कभी पश्च्याताप भी नहीं .
फिलहाल मुख्यमंत्री अरविन्द जी के लिए एक सुझाव , क्योंकि उन्होंने सुझावमाँगा भी है .’ अरविन्द जी आप जिस तरह तीसरी बार मुख्यमंत्री पद तक पहुंचे हो उसके लिए आपने कोई सियासी चलें नहीं सीखी थीं बल्कि आप सच्चाई और सादगी की राह पर ही चलकर यहाँ तक पहुंचे , और आपका यह यक़ीन भी है की यदि आपकी क़िस्मत में सत्ता और हुकूमत लिखी है तो कोई रोक नहीं सकता और यदि नहीं तो कोई दे नहीं सकता , आप अपनी इसी विश्वास और मर्यादाओं पर जमे रहें , दुसरे शातिर और मानवता के दुश्मनो वाली राजनीती से दूर रहे दुसरे आप अब तक बिना केंद्र और विदेशी मदद के 67 और 63 तक पहुंचे हैं , आइंदा भी जनता आपको इसी प्यार से नवाजेगी बीएस आप अपनी नीति और नीयत दोनों दुरस्त रखो जिसमें हमको भी कुछ लोचा नज़र आ रहा है .
सबसे पहला काम आपको दिल्ली में सोशल फेब्रिकेशन और सांप्रदायिक सोहाद्र को बनाने की पूरी कोशिश करनी है जिसको ख़त्म करके आपकी सियासी ज़िंदगी को ख़त्म करने का षड्यंत्र शुरू हो गया है , दुसरे अंतर् राष्ट्रिय स्तर पर भी आपको कई तरह से influence किया जाएगा जिसमें आपको आपकी मदद के नाम पर exploit करना शामिल है इससे आपको हर सूरत में बचना है , तीसरे आपको हर हाल में इन्साफ को क़ायम करना है चाहे जो हो . बीएस ये करलें आप दिल्ली को दुनिया का सबसे खूबसूरत शहर बनाए के सपने को साकार कर जायेगा अन्यथा नहीं .