सोशल मीडिया से …..
पहले जमाने मे जब युद्ध होते थे और कोई राजा अगर युद्ध में हारते दिखता था तो उस राजा को महल के तहखाने के गुप्त रास्ते से सुरक्षित बाहर निकाल दिया जाता था ताकि राजा पर कोई आंच न आये।
आज भी वो ही किया जा रहा है… मोदी को अबतक 2 महीने कोरोना की लड़ाई में सफलता का पूरा क्रेडिट दिया जा रहा था… दूसरे देशों से तुलना करके मोदी को सफल योद्धा साबित किया जा रहा था
पर अब स्थिति बिगड़ती देखकर bjp सक्रिय हो गई है मोदी को तहखाने के गुप्त रास्ते से निकलने की कवायद शुरू हो गई है…
अब मोदी को पिक्चर से निकालना शुरू कर दिया गया है… अब मोदी tv पर आकर task देना बंद कर दिए है… बल्कि लोकडौन की घोषणा भी अब मोदी नही कोई दूसरा कर रहा है…
पहले तो मोदी के अलावा किसी को tv पर थोबड़ा दिखाने का अधिकार ही नही था, पर अब मोदी tv से गायब ओर पीयूष गोयल, रविशंकर प्रसाद tv पर टपक गए हैं…
ये सब मोदी को तहखाने के गुप्त रास्ते से कोरोना की जिम्मेदारी से बचाने की exit योजना है।
कोरोना से exit होने की कोशिश की बजाय मोदी को कोरोना की जिम्मेदारी से exit करने की कोशिश शुरू हो गई है…
ओर जिम्मेदारी डाली गई है पालतू गोदी मीडिया पर,
इस देश की मीडिया का स्तर …श्याओ से भी नीचे हो गया है।