दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जंतर मंतर रैली में मोदी सरकार पर खूब बरसे
‘तानाशाही हटाओ लोकतंत्र बचाओ ‘ सत्याग्रह रैली में आई जनता ने भी जताया अपना ग़ुस्सा , हमारे पत्रकार से बात चीत में दिल्ली और आस पास से आई जनता ने मोदी सरकार को सबक़ सिखाने का दिया अल्टीमेटम
नई दिल्ली: ‘तानाशाही हटाओ लोकतंत्र बचाओ ‘ सत्याग्रह रैली आम आदमी पार्टी की ओर से आज बुधवार को आयोजित की गयी .AAP की रैली में विपक्षी पार्टियों के नेताओं का जमावड़ा देखने को मिला.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस मौके पर काफी आक्रमक दिखाई दिए , उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को राफेल विमान समझौते पर बोलना चाहिए. प्रधानमंत्री के तौर पर वह देश के प्रति जवाबदेह हैं.
आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित रैली में आंध्रा प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू व् पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित विपक्ष के कई शीर्ष नेता शामिल हुए. विपक्ष ने एक सुर में भाजपा को ‘लोकतंत्र के लिए खतरा’ बताते हुए आगामी चुनाव में उसे हराने का संकल्प जताया.
इस अवसर पर अपने संबोधन में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हमें 70 में से 67सीटें मिली थीं. हमनें उस दौरान राजधानी में भ्रष्टाचार को खत्म कर दिया था इसके बाद मोदी जी ने एंटी करप्शन ब्रांच को कब्जे में लिया. और दिल्ली की सरकार को काम करने नहीं दिया गया . उन्होंने कहा दिल्ली देश की राजधानी है, मोदी जी दिल्ली और कोलकाता पर आक्रमण करने का सपना पाकिस्तान का पीएम देखता है. लेकिन यह आप कर रहे हैं. अगर आपकी जगह पाकिस्तान का पीएम होता हम दिखाते की हमारे अंदर भी खून अभी गरम है. आप देश के पीएम हैं और हम आपकी इज्जत करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि सब जानते हैं 500 करोड़ का जहाज 1600 करोड़ रुपये में खरीदा मोदी जी ने . यह अफसरों ने नहीं खरीदा यह नरेंद्र मोदी ने खुद बैठकर ऐसा किया. रक्षा मंत्रालय के कागज में यह लिखा है कि रक्षा मंत्रालय के अफसर कह रहे हैं कि आप खुद उन जहाज बनाने वाली कंपनी के अफसरों से बात न करो. यह शोभा नहीं देता कि हमारा पीएम कंपनी के अधिकारियों से बात कर रहा है.इस मामले में अफसरों की एक भी नहीं चली. अनील अंबानी को ठेका देने का काम किसने किया. यह सब कुछ पीएम मोदी ने किया.
अरविन्द केजरीवाल ने कहा अब यह साबित हो गया है कि नरेंद्र मोदी पूरे भ्रष्टाचार के अंदर शामिल हैं. ममता दीदी ने सही कहा मीडिया वाले डरे हुए हैं. चार दिन अगर मीडिया वाले राफेल की सच्चाई दिखा दें तो पीएम को इस्तीफा देना पड़ जाएगा.
आज इस सम्बन्ध में टाइम्स ऑफ़ पीडिया के नुमाईन्दे ने जब वहां मौजूद जनता का मिज़ाज समझना चाहा तो लोगों का कहना था कि किसी भी हाल में तानाशाह सरकार को हटाना पहला काम है , प्रधानमंत्री फिर कोई भी बनाया जा सकता है , पहले आपातकाल हटाना मक़सद है , साथ ही जनता का यह भी कहना था की देश की हालत जो इस समय है ऐसी पहले कभी नहीं देखी गयी .
वहां मौजूद जनता में मोदी सरकार के ख़िलाफ़ काफी ग़ुस्सा पाया जा रहा था .हालांकि जब उनसे कहा गया कि मोदी जी के कार्यकाल में कुछ अच्छे काम भी तो हुए होंगे ?वो भी गिनाओ तो जनता यह बात सुनने को ही तैयार नहीं थी .उनका केहना था समाज में ख़ौफ़ और नफ़रत का माहौल है , हमारा देश , धर्म , जाती और क्षेत्रों में बंटा चला जा रहा है . देश में बेरोज़गारी बढ़ती जा रही है रोज़ इस्तेमाल होने वाली चीज़ें मेंगी होती जारही हैं , खाद्द्ये पदार्थों की गुणवत्ता ख़त्म होती जारही है इस पर मोदी सरकार का कोई ध्यान नहीं है .
प्रदूषण बढ़ रहा है रुपया घट रहा है , अंतर राष्ट्रीए स्तर पर हमारी साख घटी है , विदेशी पूँजी निवेश घटा है . देश के चंद अमीर घराने और अमीर हुए हैं , या देश को लूटकर भागे हैं . ऐसे में क्योंकर कहा जासकता है की मोदी राज में काफी काम हुए हैं , ये सब जनता ही बोल रही थी हमने मोदी सरकार की कई योजनाओं को गिनवाया . तो जनता का इसपर जवाब था की योजना काग़ज़ पर बनाने से नहीं नहीं धरातल पर काम होने से देश की जनता का भला होगा .
जनता ने हमारे पत्रकार से बात करते हुए कहा ,कि देश की सवा करोड़ जनता को मोदी जी ने फ्लैट की चाबियां भी देदी है , मोदी जी ने अपने भाषणों में कहा है की सवा करोड़ लोगों को फ्लैट की चाबी दी जा चुकी है कितना बड़ा झूट है , कोई सच्चाई है ही नहीं . अब जनता का भरोसा मोदी जी से उठ चुका है .आयुष्मान योजना के तहत हरेक नागरिक को फ्री स्वाथ्य की सहूलत है , लेकिन हमको कोई नहीं मिला जो आयुष्मान योजना का लाभ उठा रहा हो . यह सब मानना था आज की रैली में आये लोगों का जप हमने आपके साने रखा .
आजकी AAP द्वारा बुलाई गयी रैली में महा गठबंधन में कौन कौन से रसोलूशन्स पास हुए और आगामी लोक सभा चुनाव के सम्बन्ध में क्या सहमति हुयी इस सम्बन्ध में खबर लिखे जाने तक कोई सूचना नहीं है .जनता को यह कहकर छोड़ दिया गया था की BJP को वोट नहीं करना है अब जनता तो जनता है दूसरी पार्टी के लोग आएंगे और वो अपनी बात करके लुभा जाएंगे .
अगर कुछ नहीं तो माहौल को सांप्रदायिक बना जाएंगे क्या लगता है इसमें ,बस किसी भी समुदाय की लड़की को छेड़ने या भागने का काम करना होगा या फिर गाये को क़त्ल करना होगा ,बस फिर देखिए सारे फार्मूले धरे रह जाएंगे और सिर्फ चलेगा साम्प्रदायिकता का फार्मूला no . १. और इससे भी काम न चला तो देश की जनता को पाकिस्तान से जंग का माहौल भी बनाया जासकता है , ऐसा मानना था जनता के कुछ बुद्धि जीवियों का जो और बहुत कुछ बता रहे थे , वोट धुर्वीकरण की राजनीती के बारे में , जिसका बखान यहाँ मुनासिब नहीं .