जिलाध्यक्ष ने कहा कि वरुण गांधी के कार्यक्रम को संगठन ने मंजूरी नहीं दी है और न ही संगठन से कार्यक्रम मांगा ही गया है। ऐसी स्थिति में मुझे संगठन की तरफ से किसी प्रकार का दिशा-निर्देश नहीं मिला है। इसलिए न मैं कार्यक्रम में जाऊंगा और न ही मेरा कोई कार्यकर्ता ही। स्थानीय पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से कार्यक्रम की तैयारी के बारे में पूछा गया तो सभी ने बताया कि जिलाध्यक्ष ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने से पर रोक लगा दी है। इसलिए कार्यक्रम में कोई नहीं जाएगा।
वहीं, प्रयाग संगीत समिति में ‘राष्ट्र नवनिर्माण के लिए एक नई सोच’ विषयक बौद्धिक विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल भाजपा सांसद वरुण गांधी ने राजनीति में युवाओं को आगे करने की अपील की है। उन्होंने खुद को इलाहाबाद का बेटा कहते हुए शनिवार को मांग की कि राजनीति में नौजवानों को आरक्षण मिलना चाहिए। कम से कम 20 प्रतिशत पद नौजवानों को ही मिलने चाहिए। क्योंकि वर्तमान राजनीति में बड़े परिवार के लोग ही आ रहे हैं। वे भी इसी कड़ी के ही नेता है। कहा कि अगर मेरे नाम के आगे गांधी की जगह कोई और सरनेम होता तो मैं भी दर्शक दीर्घा में बैठकर नेताओं का भाषण सुन रहा होता।