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Ali Aadil khan , Editor’s Desk
तुम आसमाँ की बुलंदी से जल्द लौट आना
हमें ज़मीन के मसाइल पे बात करनी है |||||
आप मुझसे कितनी ही नफरत क्यों न करते हों, लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री के तौर पर आपको उनके योगदान का सम्मान करना चाहिए। आपने ऐसा नहीं किया, आपको शर्म आनी चाहिए।’: मल्लिका साराभाई
दुनिया में कई तरह के झूठ और मित्थ ऐसे फैलाये गए जिससे सभ्यताओं और इंसानियत का भारी नुकसान हुआ है . और बहुत से मित्थ भारत में एक समुदाय को सदियों तक गुलाम बनाये रखने का कारण बने .
ताज़ा मित्थ पर नज़र डालें इराक में Mass Destruction Weapons का झूठ फैलाया गया और इराक और अफ़ग़ानिस्तान की तबाही उसी के नतीजे में हुई . 9 /11 को मुस्लिम आतंकी संस्था द्वारा प्रायोजित बताया गया .
जबकि यह यहूदी Zionist के द्वारा रची गयी योजना थी जिसके प्रमाण सामने आ गए . शूद्र का जन्म पैरों से हुआ और ब्राह्मण का जन्म मुख से , यह भ्र्म फैलाकर सदियों से शूद्रों पर अत्याचार होता रहा और इस वर्ग को ग़ुलाम बनाये रखा गया .
चाँद पर ज़िंदगी या चाँद पर इंसानों के पहुँचने की कहानी भी एक रहस्य है जिसके बारे में अलग से वीडियो बनाएंगे .
देश में अराजकता , साम्प्रदायिकता , भेदभाव और नफ़रत और डर अपने चरम पर है . नागरिकों में असुरक्षा की feeling बहुत खतरनाक तरीके से बढ़ रही है .मुज़फ्फर नगर स्कूल में मासूम बच्चे की पिटाई का मामला ताज़ा उदाहरण है .
जिसकी लाठी उसकी भैंस वाला माहौल है . कई बड़ी समस्याएं और संकट देश के समक्ष खड़े हैं .ऐसे में चंद्रयान ३ की सफल लैंडिंग फ्री राशन लेने वाले 85 करोड़ को ख़ुशी का आभास नहीं करा पाई .
देश के विकास की बात करें तो समाज के हर वर्ग का देश की तरक़्क़ी और विकास में अपना अपना रोल होता है . अब चाहे वो सीवर और गटर साफ़ करने वाले कर्मचारी वर्ग हो या चंद्रयान की सफल और सॉफ़्ट लैंडिंग और अंतरिक्ष प्रोग्राम की सफलता में वैज्ञानिकों के वर्ग का रोल .
बल्कि मज़दूर और किसान वर्ग के बलिदान और मेहनत को ज़्यादा महत्त्व इसलिए दिया जाना ज़रूरी है की यह वर्ग हर एक समाज और वर्ग के निर्माण में बुनयादी काम करता है .
मगर जिस तरह से चंद्रयान ३ की सफल लैंडिंग का प्रचार प्रसार हुआ और फिर उसका भी राजनितिक लाभ लेने का कार्यक्रम चल पड़ा . इस बारे में पहले से ही चर्चाएं चल भी रही थीं लेकिन जिस तरह हर एक मुद्दे को सांप्रदायिक बनाया जाने लगा है यह बहुत चिंता का विषय है .
इससे देश विस्थापित हो रहा है , टुकड़ों में बँट रहा है .आज सत्ताधारी पार्टियां हर सफलता का सियासी श्रेय लेने के लिए बेचैन हैं .जबकि किसी भी बड़ी क्षति या नाकामी का ठींकरा दूसरों पर फोड़ा जाता है . फौजी मरें तो या मारें तो , उसका भी राजनितिक लाभ लिया जा रहा ही .
लेकिन जब किसी भी सांस्कृतिक , सामाजिक , सैनिक या वैज्ञानिक सफलता में सांप्रदायिक एंगल ढूंढा जाता है और किसी समुदाय का महिमा मंडल और किसी समुदाय पर लांछन होने लगता है तो ये देश को टुकड़ों में बांटने जैसा ही होता है .
कल की ही बात है जब हम चंद्रयान 3 की सफलता पर Article लिखने के लिए Twitter पर कुछ लोगों के twits देख रहे थे तो इसमें भी सांप्रदायिक Angle निकाल लिया गया था .
कोई चाँद मुबारक कह रहा था तो कोई इसके जवाब में लिख रहा था की विक्रम चंद्रयान की सफलता का दिन है जमा मस्जिद से ईद की मुबारकबाद का नहीं . महिला वैज्ञानिकों की एक Pic डाली गयी थी जिसपर लिखा था “साड़ी पहनने वाली वैज्ञानिकों के कारण ये संभव हुआ है, बुर्का-हिजाब वाली पत्थरबाज खातूनों के कारण नहीं”।
Twits
Anupam K. Singh
@anupamnawada
“”अबे ईद है क्या? मंदिर में जाते हैं ISRO के वैज्ञानिक, मस्जिद में नहीं। इसका नाम ‘चंद्रयान’ है, ‘जामा मस्जिद’ नहीं।
साड़ी पहनने वाली वैज्ञानिकों के कारण ये संभव हुआ है, बुर्का-हिजाब वाली पत्थरबाज खातूनों के कारण नहीं। “”
Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
चाँद मुबारक!
चाँद मुबारक
Ghatna
@Ghatna_0
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2h
शुक्रिया मौलाना
दादा हूँ🚩
@Dada__hu
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2h
ईद की बधाई दे रहा क्या टोंटिये?
🇮🇳 Alok
@alokdubey1408
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2h
कर दी ना….??
राजनीति….??
Ravi Gupta🇮🇳
@RaviGupta_Ind
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2h
यहाँ भी मुल्लापंती …
कभी तो हिंदुस्तानी बनो !
Anand Shankar Jha
@JhaAnand14
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1h
खतना के बाद ऑप्शन नही बचता..!!
Chandan Sharma
@ChandanSharmaG
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1h
अखिलेश भैया आपका दिमाग खराब हो गया है या फिर बुद्धि भ्रष्ट हो गया है? लग ही नहीं रहा है कि आप चंद्रयान के सफल होने की बधाई दे रहे हो?
आप का ट्वीट देखकर ऐसे लग रहा है कि मुसलमानों को ईद की मुबारकबाद दे रहे हो.?
आप जैसे लोग जिंदगी में कभी नहीं सुधरेंगे 🤨
Punama Ram
@impunama
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1h
बिल्कुल बुध्दि भ्रष्ट थी पहले से थी आज़ नहीं हुई
Anupam K. Singh
@anupamnawada
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47m
अबे ईद है क्या? मंदिर में जाते हैं ISRO के वैज्ञानिक, मस्जिद में नहीं। इसका नाम ‘चंद्रयान’ है, ‘जामा मस्जिद’ नहीं।
साड़ी पहनने वाली वैज्ञानिकों के कारण ये संभव हुआ है, बुर्का-हिजाब वाली पत्थरबाज खातूनों के कारण नहीं।
Qaem Mehdi
@Qaem_Mehdi
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2h
भारतीयों को गर्व है और जिहादियों को दर्द है 🇮🇳
ᴬᵈⁱᵗʸᵃ 🇮🇳
@AdiityaSh_
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2h
कल इद नही हैं
Show replies
Vandana Pandey
@Vandana82758282
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2h
भाई साहब आपकी language बड़ी ख़राब हैं.😬
चाँद मुबारक क्या होता हैं..😁
खैर congratulations everyone 🍫
हम कामयाब हुए
Raj Tripathi
@enthusiast_char
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1h
Aap bhul gayi iska apne voters ki padi hain inko des se ya des ki tarakki se kuch nahin Lena Dena..
Ronak Lakhara
@ronak_parihar03
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18m
सौभाग्य से मोदी है तो चांद पर तिरंगा फहराया है
दुर्भाग्य से अगर कांग्रेस होती तो तिरंगे पर चांद होता
Anand Shankar Jha
@JhaAnand14
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8m
अरे ओ नेता अरे,इसमें कोई हिजाब वाली नजर आ रही है..??
तहक्षी™ tehxi தக்ஷி
@yajnshri
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8m
चाँद ईद वाला नही महानुभाव ये भारत वाला है अच्छे से लिखो 🙏
ROQ.ai
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Yogi Adityanath (Parody)
@2yogiadityanath
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2h
नरेंद्र मोदी के विकास कालखंड के अंदर भारत हर ऊंचाई पर पहुंचने में सक्षम है
Show replies
pramila
@pramila2710
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2h
इनका अलग ही वोट बैंक चल रहा
Satya Chaudhary
@satyagodara
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1h
इनकी इसी लिये ये हालात है
Krishna Yadav
@KrishnaYadavINN
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8m
साईकिल से चाँद तक सफर
@isro
#Chandrayaan3
Mandal Army
@MandalArmy_
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2h
ISRO ने इतिहास रच दिया है। भारत चांद के साउथ पोल पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है। #ISRO #isroindia 🇮🇳🇮🇳🇮🇳 #िस्रोचंद्रयाण३मीशन
तो Anupam k Singh जैसे देश के दुश्मनों की जानकारी के लिए बता दिया जाए कि chnadyaan 1 , 2 और 3 तीनो में ही हिजाब और बुर्का समाज के वैज्ञानिक अपनी सेवाएं दे रहे थे . प्रत्यक्ष के लिए ये नाम उनकी Pics के साथ डाल रहा हूँ .
![](https://timesofpedia.com/wp-content/uploads/2023/08/WhatsApp-Image-2023-08-27-at-12.38.49-512x1024.jpeg)
Muslim Scientists Contribution in Chandryaan3 Successful Landing on Moon
फ़र्ज़ी देशभक्त जाकर गूगल कर लें .जिहादियों की जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से तालीम हासिल करने करने वाले देश का नाम दुनिया में रोशन करते रहे हैं .
रहा श्रेय और Survey का सवाल ,चंद्रयान की सफल लैंडिंग का श्रेय किसको देंगे ?
एक दिलचस्प हकीकत और सच्चाई यह है कि विक्रम चंद्रयान दरअसल विक्रम साराभाई के नाम से प्रसिद्द है . और विक्रम साराभाई को जवाहर लाल नेहरू कैम्ब्रिज University से ISRO के ज़रिये अंतरिक्ष कार्यकर्मों में उनकी सेवाएं लेने के लिए लाये थे . इसका एक विचित्र मोड़ यह था की विक्रम साराभाई ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू से शर्त रखी थी की आप हमारे कार्यों में कोई हस्तक्षेप नहीं करेंगे . नेहरू ने इसका वादा किया और निभाया . लेकिन आजके परिपेक्ष में हमारी सांस्कृतिक और वैज्ञानिक या कोई दूसरी संस्थाओं में राजनितिक हस्तक्षेप आप देखते ही रहे हैं यहाँ तक की फ़ौज को भी मोदी की फ़ौज का नाम दे डाला . भारत सर्कार से मोदी सरकार हो गयी ,,, वग़ैरा वग़ैरा .
एक चौंकाने वाला सच जिसको आप भी जानने में रखते हैं दिलचस्पी मगर आपको पता नहीं ……
विक्रम साराभाई और मृणालिनी साराभाई की बेटी मल्लिका साराभाई ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘माय डियर प्राइम मिनिस्टर, आप मेरी राजनीति को पसंद नहीं करते हैं और मैं आपकी। लेकिन कल्चर के लिए मृणालिनी साराभाई के 60 साल तक दिए गए योगदान से इसका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने हमारी संस्कृति को दुनियाभर में रोशन किया है और उनके निधन पर आपने एक शब्द नहीं कहा, इससे आपकी मानसिकता का पता चलता है। आप मुझसे कितनी ही नफरत क्यों न करते हों, लेकिन हमारे देश के प्रधानमंत्री के तौर पर आपको उनके योगदान का सम्मान करना चाहिए। आपने ऐसा नहीं किया, आपको शर्म आनी चाहिए।’
इसका मतलब साफ़ है की यह ट्रोल बाज़ निठल्ला , निकम्मा और देश का दुश्मन वर्ग और समाज देश को तोड़ने के लिए दुश्मन ताक़तों का काम कर रहा है .और देश को टुकड़ों में बांटने का काम कर रहा है . होना तो यह चाहिए था की इस प्रकार के तमात संस्थानों और ठिकानों को सरकार द्वारा देश हित में तुरंत Buldoz करके उनके संचालकों को जेल के पीछे डाल देना चाहिए था . मगर मामला इसके विपरीत हो रहा है . जबकि हक़ , सच लिखने वाले लेखकों और सद्भाव व् मोहब्बत को प्रोत्साहित करने वाले वक्ताओं और राजनीतिज्ञों , पत्रकारों तथा संस्थानों को बंद करने की धमकियाँ दी जाती हैं या उनको फ़र्ज़ी देशद्रोह के मुक़द्दमों में जेल में डाला जा रहा है .
रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, कव्वा मोती खाएगा…
राजा और प्रजा दोनो मे,
होगी निसदिन खेचातानी, कदम कदम पर करेगे दोनो, अपनी अपनी माना मानी,
जिसके हाथ मे होगी लाठी, भैस वही ले जाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, हंस चूगेगा दाना दुनका,
कव्वा मोती खाएगा…
सुनो सिया कलजुग मे काला धन और काले मन होगे,
चोर उचक्के नगर सेठ और प्रभु भक्त
निर्धन होगे,जो होगा लोभी और भोगी वो जोगी कहलाएगा,
हंस चूगेगा दाना दुनका, कव्वा मोती खाएगा…