दिल्ली के अंदर सबसे बड़ा अस्पताल आयुर्वेदिक एंड यूनानी तिब्बिया कॉलेज करोल बाग नई दिल्ली की स्थापना आज से 100 साल पहले स्वतंत्रता सेनानी मसीहुलमुल्क हकीम अजमल खां ने की थी
ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस की ओर से “यूनानी आयुर्वेद” एक साथ, “विश्वास के सौ साल” विषय पर न्यू सीलमपुर नई दिल्ली में गोष्ठी और मुफ्त यूनानी चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता डॉक्टर मुफ्ती जावेद अनवर देहलवी ने की।
मुख्य वक्ता के तौर पर वरिष्ठ यूनानी चिकित्सक डॉक्टर सैयद अहमद खान ने कहा कि दिल्ली के अंदर सबसे बड़ा अस्पताल आयुर्वेदिक एंड यूनानी तिब्बिया कॉलेज करोल बाग नई दिल्ली की स्थापना आज से 100 साल पहले स्वतंत्रता सेनानी मसीहुलमुल्क हकीम अजमल खां ने की थी।
जिसका उद्घाटन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने किया था ।उन्होंने यह भी बताया कि यूनानी आयुर्वेद ने एक ही छत के नीचे शिक्षा, प्रशिक्षण और इलाज का काम शुरू किया था। वह आज भी राष्ट्रीय एकता की जिंदा जावेद मिसाल के तौर पर कायम है। जो समस्त भारतीयों के लिए गर्व का विषय है। इसलिए जल्द से जल्द इस तिब्बिया कॉलेज को विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किया जाए।
इसी के साथ आयुर्वेदिक एंड यूनानी तिब्बिया कॉलेज के संस्थापक मसीहुलमुल्क हकीम अजमल खान को भारत सरकार की ओर से भारत रत्न भी दिया जाए।
गोष्ठी के मुख्य अतिथि डा अनवर अब्बास ने कहा कि दिल्ली सरकार को आयुर्वेदिक एंड यूनानी तिब्बिया कॉलेज को विकसित करने का कार्य अविलंब शुरू कर देना चाहिए ताकि उसके अच्छे कार्यों में यह एक और कार्य का इजाफा हो जाए।
गोष्ठी में डॉक्टर ज़कीउद्दीन पूर्व उपनिदेशक सीसीआरयूएम भारत सरकार नई दिल्ली, डॉक्टर बदरुल इस्लाम कैरान्वी इंटरनेशनल योगा गुरु, डॉक्टर मोहम्मद अरशद गयास चिकित्सा अधिकारी हरियाणा सरकार,डॉक्टर अब्दुल कादिर, डॉक्टर अल्ताफ अहमद, डॉक्टर अर्जुमन्द आदि ने भी अपने विचार रखे। गोष्ठी के पश्चात मुफ्त यूनानी चिकित्सा शिविर का आयोजन हुआ।
भारी संख्या में लोगों ने लाभ अर्जित किया। हकीम हाफिज मोहम्मद मुर्तज़ा देहलवी और हकीम अताउर रहमान अजमली ने शिविर के आयोजन में विशेष भूमिका निभाई और डॉक्टर फैसल रहमान, युसूफ मलिक ,हाजी शमीम, हकीम एजाज़ अहमद अजाज़ी, गुल अनम, नीतू शर्मा और पहलवान सरफराज आदि ने चिकित्सा शिविर को सफल बनाने में सहयोग दिया।