याद रहे Twitter ने ट्रंप के ट्वीट को निराधार यानी जिसका कोई सबूत न हो, कह दिया था . इस पर भड़के ट्रंप ने सोशल मीडिया को बंद करने की धमकी दे डाली.
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को तब भड़क गए, जब माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने उनके दो ट्वीट का फैक्ट-चेक कर प्रसारित कर दिया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने उनके दो ट्वीट को ‘Unsubstantiated’ यानी निराधार कह दिया. इससे भड़के ट्रंप ने सोशल मीडिया को बंद करने तक की धमकी दे डाली.
ट्रंप ने कहा कि रिपब्लिकन सांसदों को लगता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स कंजर्वेटिव (रुढ़िवादी) आवाजों को दबाने की कोशिश करते हैं, ऐसा हो इसके पहले ही इन प्लेटफॉर्म्स को बंद कर दिया जाएगा.हालाँकि याद दिला दें डोनाल्ड ट्रम्प अपने राष्ट्रपति कार्यकाल का आधा वक्त ट्विटर पर ही बिता चुके हैं .
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को किए गए अपने धमकी भरे इस ट्वीट में लिखा, ‘रिपब्लिकंस को लगता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स कंजर्वेटिव आवाज़ों को दबाने की कोशिश करते हैं. हम उन्हें ऐसा करते रहने दें, उसके पहले ही उनपर सख्त नियम लगाए जाएंगे या इन्हें पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा.’
बता दें कि ट्रंप ने मंगलवार को मेल-इन वोटिंग (Mail-in Voting) को लेकर ट्वीट किए थे. इसमें उन्होंने कहा था कि मेल-इन वोटिंग से चुनाव में फ्रॉड बढ़ेगा और धांधली होगी. हालांकि, उन्होंने अपने दावे के पीछे कोई तर्क या सबूत नहीं दिया था.
उनके इन ट्वी्टस पर ट्विटर ने एक लिंक पोस्ट किया, जिसमें लिखा गया था कि मेल-इन बैलट्स पर तथ्य पढ़ें. ये इसलिए भी खास था क्योंकि ट्रंप के ट्वीट्स पर फैक्ट चेक या फिर वेरिफिकेशन को लेकर ट्विटर के पास बहुत पहले से रिक्वेस्ट आती रही हैं, लेकिन उसने अभी तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया था. लेकिन इस बार ट्विटर ने ट्रंप के ट्वीट को लेकर यूजर्स को चेतावनी दी कि उनके तथ्य गलत हैं और इसे फैक्ट चेकर्स ने डिबंक किया है.
ट्विटर के इस कदम के बाद ट्रंप ने कहा कि देश में मेल-इन बैलट्स को जगह नहीं ली दी जानी चाहिए. इससे धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा और बैलट्स की चोरी बढ़ जाएगी. उन्होंने कहा, ‘जो भी ज्यादा धोखाधड़ी करेगा, जीत जाएगा. सोशल मीडिया की तरह.’
ट्रंप ने एक बार फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर 2016 के राष्ट्रपति चुनावों में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया और कहा कि वो इस बार भी ऐसा करने की कोशिश करेंगे. बता दें कि नवंबर 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव होने हैं.