गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से कर्ज मांगेगा। इसके साथ ही श्रीलंका ने एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) और वर्ल्ड बैंक से भी कर्ज लेने की तैयारी कर ली है। IMF से इस बारे में बात करने के लिए वित्तीय विशेषज्ञों की 3 मेंबर वाली सलाहकार समिति बनाई है।
पूर्व वित्त मंत्री बोले- कर्ज से ही सुधर सकते हैं हालात
अपनी नियुक्ति के ठीक एक दिन बाद वित्त मंत्री का पद छोड़ने वाले अली साबरी ने गुरुवार को संसद में सरकार को किसी भी हालत में इस मौजूदा संकट को दूर करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सरकार को कर्ज दूर करने के लिए वर्ल्ड बैंक और एशियाई डेवलपमेंट बैंक (ADB) के साथ बातचीत कर कर्ज लेना चाहिए, जिससे देश में स्थिति काबू में आए। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस तरह जुलाई तक हालात सामान्य हो सकते है।
भारत पेट्रोल-डीजल, चावल और दवाएं भेज रहा
श्रीलंका में हालात बिगड़ने के बाद भारत लगातार अपने पड़ोसी देश की सहायता कर रहा है। गुरुवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने केंद्र से श्रीलंका में चावल और जरूरी दवाओं जैसी जरूरी चीजें भेजने के लिए अनुमति मांगी। तमिलनाडु के थूथुकुडी बंदरगाह से श्रीलंका के लिए चावल, दाल और जरूरी सामान भेजा गया है। भारत अब तक श्रीलंका को 2.70 लाख मीट्रिक टन फ्यूल और जरूरी दवाएं भेज चुका है।