गाँधी परिवार की सुरक्षा से SPG का हटाया जाना एक साज़िश???
कांग्रेस ने बताया मोदी सरकार की साजिश!!
अपनी चिट्ठी में सोनिया गाँधी ने लिखा है कि जबसे हमारी सुरक्षा SPG के हाथों में आई मैं और मेरे परिवार को इस बात का पूरा विश्वास हो गया कि हमारी सुरक्षा सबसे बेहतर हाथों में रहेगी.
पिछले 28 सालों में प्रत्येक दिन जिस तरह SPG ने हमारी सुरक्षा की उससे हमने आपका उच्च पेशेवर रवैया और कर्तव्य के प्रति निष्ठा को महसूस किया.
सोनिया ने SPG प्रमुख अरुण सिन्हा को चिट्ठी में लिखा की जब से हमारी सुरक्षा की जिम्मेदारी इस संस्था को मिली है हम पूरा परिवार खुद को सुरक्षित हाथों में समझता रहा। अपनी चिट्ठी में सुरक्षा के लिए आभार जताते हुए सोनिया ने लिखा है कि वे पूरे परिवार की ओर से एसपीजी का धन्यवाद देती हैं.
उन्होंने चिट्ठी में आगे लिखा है कि जिस तरह से SPG ने समर्पण व नीजि तरीक़े से उनकी देखभाल की उसकी वे ह्रदय से प्रशंसा करती हैं और धन्यवाद भी व्यक्त करती हैं.
सोनिया ने आगे लिखा है कि SPG एक असाधारण फोर्स है. इसके सदस्य हर दिए गए टॉस्क के प्रति पूरी निष्ठा और देशप्रेम तथा अचूक ढंग के साथ काम करते हैं. अंत में उन्होंने सभी को धन्यवाद देते हुए आगे की लिए शुभकामनाएं भी दी हैं.
कांग्रेस ने बताया मोदी सरकार की साजिश
कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे एक साजिश बताया. कांग्रेस का कहना है कि इस फैसले के पीछे आरएसएस की मंशा काम कर रही है.
हालांकि अगर सूत्रों की मानें तो गांधी परिवार की ओर से 30 से अधिक यात्राओं के बारे में SPG के साथ खुले तौर पर जानकारी शेयर नही की गई थी।
बताया जा रहा है कि ये यात्राएं पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार के दौरान की गई हें जिसमें किसी भी अनहोनी का ठीकरा मोदी सरकार पर ही फूटना था।
इसके अलावा अन्य तथ्यों के आधार पर बनाई गई रिपोर्ट का आला अधिकारियों के सामने जिक्र हुआ जिसके बाद यह फैसला लिया गया.
लेकिन सवाल आज भी गाँधी परिवार की सुरक्षा को लेकर खड़े हें कि खुदा न खुआस्ता किसी भी अप्रिय घटना के घटित होने पर जिम्मेदारी किसकि होगी??