सर्वोदय एज्यूकेशनल ग्रुप की शिक्षा जगत में उच्च स्तरीय उपलब्धियाँ और विशेषताएं
इल्म का हासिल करना न सिर्फ दुनिया में कामयाबी का मज़हर (घोषणा ) है बल्कि आख़िरत (परलोक ) में भी इंसान इल्म के रास्ते से ही सफ़लता हासिल कर पायेगा .धरती पर शिक्षा संसथान अभिव्यक्ति की आज़ादी के माध्यम का अज़हर हैं . इसलिए मज़हबी विद्वानों का मानना है “इल्म वो रास्ता है जो इंसान को जन्नत तक पहुंचाता है ,और ज्ञान देने वाले (शिक्षक ) जन्नत के दूत हैं .लेकिन जन्नत के लिए ईमान शर्त है .अब ईमान क्या है इसके लिए अलग चैप्टर रहेगा .
जब एक इंसान ज्ञान हासिल करने के लिए निकलता है तो उसके लिए स्वर्ग का रास्ता भी आसान कर दिया जाता है, फ़रिश्ते उसके रास्ते में अपने पर बिछाते हैं, तालिबे इल्म के लिए धरती और आसमान की हर एक मख्लूक़ यहां तक कि समुन्द्र की मछलियाँ भी दुआ करती हैं. आलिम (ज्ञानी ) को आबिद (उपासक ) पर ऐसी प्रधानता (फ़ौक़ियत ) हासिल है जैसे 14वीं रात के चाँद को सितारों पर है। ( तिर्मज़ी 2682 )
स्वामी विवेकनन्द ने कहा था ……
“जिस शिक्षा से हम अपना जीवन निर्माण कर सकें,मनुष्य बन सकें, चरित्र गठन कर सके और विचारों का सामंजस्य कर सकें वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है।” स्वामी आगे कहते हैं , ….
“हमें ऐसी शिक्षा चाहिए, जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शांति बढ़े, बुद्धि का विकास हो और मनुष्य अपने पैरों पर खड़ा हो सके “।
अपने दौर के जाने माने शिक्षाविद्द और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन लिखते हैं , “किसी विद्यालय की महानता या गरिमा का निर्धारण उसकी इमारतों या उपकरणों से नहीं बल्कि इदारों (शिक्षा केंद्रों ) में टीचर्स की सलाहियतों ,सरलता ,ज्ञान व चरित्र के आधार पर होता है “
सर्वोदय एज्यूकेशनल ग्रुप कोटा , राजस्थान का निर्माण भी कुछ इसी प्रकार की शिक्षा नीति के आधार पर किया गया है .उपरोक्त मूल्यों के निर्वाहन को ही सर्वोदय ग्रुप के परिवार ने अपना मक़सद बनाया है .
भारत के सबसे पहले शिक्षा म्नत्री , धार्मिक गुरु और स्वतंत्रता संग्रामी मौलाना अबुल कलाम आज़ाद कहते थे राष्ट्रीय निर्माण और शिक्षा का कोई भी कार्यक्रम सफल नहीं होसकता जबतक देश की महिलायें जो देश की आबादी का 55% हैं शिक्षित और उन्नत न हों .
सर्वोदय एज्यूकेशनल ग्रुप , महिलाओं की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए कई प्रोग्राम चला रहा है . ग्रुप कई मानों में Community में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के साथ साथ देश की शिक्षा नीति को सफल बनाने और समाज को साक्षर बनाने में तीन दशकों से अपना योगदान देता आ रहा है . सब पढ़ें सब बढ़ें के साथ साथ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारे को भी धरातल पर स्थान देने में सर्वोदय का सहयोग जारी है .
शिक्षा जगत में उच्च स्तरीय उपलब्धियाँ सर्वोदय एज्यूकेशनल ग्रुप की यूएसपी
ग्रुप के संस्थापक चैयरमेन श्री ए.जी. मिर्जा द्वारा स्थापित सर्वोदय एज्यूकेशनल ग्रुप जिला कोटा में वर्ष 1989 से कार्यरत है एवं शिक्षा के क्षे़त्र में निरन्तर उच्च आयाम स्थापित कर रहा है। इस ग्रुप के अधीन सी.बी.एस.ई. और आर.बी.एस.ई. से सम्बद्ध विद्यालय, व्यवसायिक पाठ्यक्रम, बी.एस.सी. एवं जनरल नर्सिंग, बी.ए. बी.एड, बी.एस.सी. बी.एड , बी.एड बी.एस.टी.सी. एवं पशुधन सहायक प्रशिक्षण संस्थान आदि इकाईयों का सफ़ल संचालन किया जा रहा है। हाल ही में बी.एन.वाई.एस कोर्स हेतु विज्ञान नगर, कोटा में एक महाविद्यालय की स्थापना भी की जा चुकी है।
ग्रुप निदेशक डाॅ. अज़हर मिर्ज़ा ने बताया कि सीनियर सैकेण्ड्री स्तर तक विद्यालयों में हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जाती है।उन्होंने बताया संस्था का उद्देश्य मात्र धन अर्जित करने तक ही सीमित नहीं है अपितु शुल्क निर्धारण की व्यवस्था इस प्रकार से की गई है कि समाज के प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति अपने बच्चों के शैक्षणिक भविष्य के सपने को सीमित वित्तीय संसाधनों से भी साकार कर सके। संचालित विद्यालय, महाविद्यालय एवं अन्य संस्थान समस्त आवश्यक सुविधाओं से युक्त है।
विद्यालय का आकर्षक एवं खुला भवन शैक्षणिक वातावरण को और अधिक लाभप्रद बनाता है। विद्यालय में ओडियो-विडियो एवं प्ले वे आधारित शिक्षण व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त सभी विषयों की सुसज्जित प्रयोगशालाऐं, कम्प्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास एवं पुस्तकालय भी स्थापित है। उत्कृष्ट शिक्षण हेतु नवीन एवं तकनीकी शिक्षा प्रणााली तथा योग्य, अनुभवी व प्रशिक्षित स्टाफ उपलब्ध है। विद्यार्थियों के चौमुखी विकास हेतु सह-शैक्षणिक गतिविधियों पर भी सम्पूर्ण ध्यान केन्द्रित किया जाता है। खेल-कूद सम्बन्धी गतिविधियों के लिए खेल का मैदान भी निर्मित है .जिसमें बास्केट-बाॅल, वोली-बाॅल, हैण्ड-बाॅल, फुट-बाॅल एवं क्रिकेट आदि प्रतियोगिताऐं भी आयोजित की जाती है।
ग्रुप के निदेशक श्री मज़हर मिर्ज़ा कहते हैं कि शिक्षा संस्थानों को चलाने के लिए जिन आचार विचार , नैतिकता और संस्कारों और मूल्यों की ज़रुरत होती है उसका आम तौर से अभाव मिलता है लेकिन ये सब हमको हमारे प्रेरणास्रोत , सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन और मेरे पिता श्री अब्दुल ग़फ़्फ़ार मिर्ज़ा जी से हमको विरासत में मिला है . और फिर हमको हमारे मज़हब इस्लाम ने खूबियों का उपदेश दिया है .श्री मज़हर ने जानकारी दी ,वर्तमान में सर्वोदय पैरामाउण्ट स्कूल, विज्ञान नगर एवं प्रेम नगर में किण्डरगार्टन पद्धति से अध्ययनरत नन्हे मुन्हे विद्यार्थियों के लिए आधुनिक खेल उपकरणों सहित खेल-खेल में शिक्षा सत्र का भी शुभारम्भ किया गया है।
आपको बता दें सर्वोदय ग्रुप ने शैक्षणिक सत्र 2019-20 से माटुन्दा, जिला बून्दी में सर्वोदय पैरामाउण्ट स्कूल का शुभारम्भ किया गया है जिसमें सी.बी.एस.ई पद्धति के अनुसार सभी प्रवेशित विद्यार्थियों को शिक्षा दी जायेगी ।जिला बूंदी के माटूंदा Campus में शिक्षा में गुणवत्ता और दूसरी सुविधाओं के साथ विद्यालय परिसर में ही स्वीमिंग पूल का भी इंतज़ाम किया है . विद्यार्थियों , शिक्षकों और अभिभावकों की हर प्रकार से सुविधा को ध्यान में रखते हुए सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप लगातार शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सफलताओं की तरफ अग्रसर है , जो सिर्फ रक् की कृपा से ही मुमकिन हो पा रहा है .
ग्रुप के निदेशकों और सर्वोदय के पूरी परियोजना के संस्थापक चेयरमैन अब्दुल ग़फ़्फ़ार मिर्ज़ा का कहना है कि हमारी टीम समय-समय पर आयोजित शिक्षक- अभिभावकों की बैठक के दौरान उनसे अमूल्य सुझाव आमन्त्रित कर सर्वोदय के सभी केंद्रों में सुधार करने के पूरे प्रयास करती है । सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप के चेयरमैन श्री AG मिर्ज़ा कहते हैं कि विद्यार्थियों को बेहतर संस्कार देकर उनमें राष्ट्र भक्ति एवं देश प्रेम की भावना जागृत करना तथा साथ ही उन्हे अपने नैतिक दायित्व का बोध कराना भी हमारी शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग है। वर्तमान में भी हमारे समक्ष रोजगारोन्मुखी कुछ नवीन शिक्षा परियोजनाएं विचाराधीन है जिन्हें आवश्यकता के अनुरुप निकट भविष्य में अमली जामा पहनाया जाना प्रस्तावित है।
चेयरमैन ने बताया कि सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप का मुख्य उद्देश्य न्यूनतम शिक्षण शुल्क पर उच्च गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध कराने के अतिरिक्त शिक्षा के माध्यम से समाज और राष्ट्र की प्रगति हेतु योग्य एवं प्रतिभावान छात्र/छात्राऐं भी तैयार करना है।
सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप की प्राथमिकताएं , और उसके क्रियान्वयन के तरीक़े
दरअसल शिक्षा संस्थानों , मरकज़ों और केंद्रों में संस्कार , नैतिकता , मानवता और हुब्बुल वतनी (देशप्रेम) को बढ़ावा देना प्राथमिकता होना चाहिए था , शिक्षा का मूल मक़सद ही यह था .दुर्भाग्यवश हर तरफ इसका अभाव नज़र आता है . उसकी २ बड़े कारण सामने आते हैं , एक शिक्षा का वयवसायीकरण दूसरे शिक्षकों की संकीर्ण और प्रदूषित मानसिकता तथा देश में बढ़ता धुर्वीकरण का ग्राफ़ .
लेकिन इस सबके बावजूद आज भी देश में कई संस्थान शिक्षा के मूल भाव को ज़िंदा रखने में सफ़ल रहे हैं या जिनको हम आज के दौर का Ideal मान सकते हैं . उन्ही में से एक है राजस्थान के कोटा शहर का सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप .इस ग्रुप के चेयरमैन और निदेशकों ने शिक्षा को व्यवसाय नहीं बल्कि धर्म माना है जिसके चलते वो अपने तमाम Campuses को धर्मस्थल की तरह से देखते हैं , और इस बात की कोशिश करते हैं किसी प्रकार का कोई अधर्म यहाँ न होने पाए .हर एक धर्म , जाती , समुदाय तथा लिंग का यहाँ एहतराम सिखाया जाता है सभी का सम्मान सर्वोदय की पहचान है .सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप को अपनी सेवाओं के लिए राज्य तथा अन्तर्राज्य स्तर पर Appreciations मिलती रही है , कई मीडिया संस्थान और दीगर NGOs तथा सरकारी कार्यालयों द्वारा प्रशस्ति पत्र , सर्टिफिकेट्स एवं Mementos और सम्मानों से नवाज़ा गया है .
सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप ने अपने सभी Campuses में क़ानून वयवस्था तथा नैतिकता और मानवता को अमल में लाने के लिए वहां के Admin Staff को उत्तरदाई बनाया है साथ ही उनका पूरा सम्मान , प्रशिक्षण तथा सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया गया है , इसके चलते हर एक Staff खुद को ग्रुप का स्वामी भी मानता है और सेवक भी . यही इस ग्रुप या किसी भी ग्रुप की उपलब्धियों का राज़ है .
सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप की चमत्कारी सफ़लताओं का राज़
वास्तव में जब कोई व्यक्ति या संस्था , रब की राह में और उसकी मख्लूक़ पर खर्च करना शुरू करदे और रब से तिजारत शुरू करदे तो अब इसकी सफ़लता में कोई रुकावट नहीं बन सकता , बड़ी से बड़ी मुख़ालिफ़ शक्ति इसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती चूंकि इसका मामला तो सीधे आसमानो वाले से जुड़ गया है , तो अब धरती पर तमाम मख्लूक़ की दिलों में मोहब्बत तो आनी ही है .
टाइम्स ऑफ़ पीडिया ग्रुप भी सर्वोदय एजुकेशनल ग्रुप की कामयाबी और तरक़्क़ी के लिए मुबारकबाद देता है और कामना करता है की सर्वोदय हमेशा अम्न , शान्ति , प्रेम , शिक्षा , संस्कारों , मानवता , नैतिकता , इंसाफ़ और हक़ का सूरज बनकर उगता रहे ,सर्वोदय परिवार सुख , समृद्धि और सेहत के साथ कोटा शहर ,राजस्थान और देश का भी नाम रोशन करे .
उठ के अब बज़्म-ए-जहां का और ही अन्दाज़ है
मशरिक़-ओ-मग़रिब में तेरे दौर का आग़ाज़ है !