गोरखपुर सर्किट हाउस के सामने खाली पड़ी करीब सात एकड़ जमीन को पार्क एवं पार्किंग के रुप में विकसित करने के साथ ही गोरखपुर विकास प्राधिकरण वहां सोलर पैनल भी लगाएगा। इससे 20 से 25 फीसदी बिजली का खर्च बचने का अनुमान है।रामगढ़ताल किनारे सर्किट हाउस के सामने खाली पड़ी जमीन का जीडीए सुंदरीकरण कराने जा रहा है।
इसके लिए पहले हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड से बजट मिलने की उम्मीद थी लेकिन अब जीडीए खुद इस पर चार करोड़ रुपये खर्च करेगा। यहां एक जलाशय बनाया जाएगा और आकर्षक आर्नामेंटल लाइटों से इसे सजाया जाएगा। बगल में पांच हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल पर पार्किंग भी बनेगी। इसी के ऊपर सोलर पैनल लगाया जाएगा।पहले इस जमीन पर नाव के आकार का पार्क विकसित करने की योजना थी। अब इसमें संशोधन किया गया है। नई कार्य योजना के तहत अब यहां एक जलाशय तैयार किया जाएगा। उससे निकलने वाली मिट्टी से बगल की पांच हजार वर्ग मीटर जमीन पर पार्किंग बनाई जाएगी।
जलाशय के चारो ओर फुटपाथ बनाया जाएगा। दोनों ओर आकर्षक लैंडस्केपिंग भी की जाएगी। फुटपाथ पर सोलर लाइट व आर्नामेंटल लाइट लगाई जाएगी।खाली पड़ी जमीन को पार्क के रूप में विकसित कर ओपेन जिम एवं झूले लगाए जाएंगे। जीडीए इसकी कार्ययोजना तैयार कर रहा है। आर्किटेक्ट मनीष मिश्र का कहना है कि पांच हजार वर्ग मीटर की पार्किंग पर सोलर पैनल से ही शेड बनाया जाएगा। उससे जो बिजली बनेगी, उसे सीधे पावर ग्रिड को दे दिया जाएगा। इसके बदले योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं स्ट्रीट लाइटों पर बिजली बिल के रूप में जीडीए द्वारा वहन किए जाने वाले खर्च में 20 से 25 प्रतिशत तक की कमी आ सकेगी।
जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि सर्किट हाउस के सामने खाली पड़ी सात एकड़ जमीन को पार्क व पार्किंग आदि के तौर पर विकसित किया जाएगा। वहां भी जलाशय बनाया जाएगा। इसे आकर्षक लाइटों से सजाया जाएगा। सोलर पैनल भी लगाए जाएंगे, जिससे बिजली का उत्पादन हो सकेगा। इसके लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है।