मंत्री बोले आज हमारे जैसे व्यक्ति को साबित करना पड़ रहा है कि प्रदेश बनाने में हमारा क्या योगदान रहा है …..
देहरादूनः उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है. सीएम पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने पद से इस्तीफ़ा दिया.
कई दिनों से बयान के विवाद में घिरे प्रेमचंद अग्रवाल की इस्तीफे की मांग हो रही थी. रविवार को ही मुजफ्फरनगर के शहीद स्मारक पहुंचकर राज्य आंदोलनकारियों को नमन भी किया था.
जिसके बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि वो कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं. ऐसे में वह सीएम आवास पहुंचे और अपना इस्तीफा सौंप दिया.
उन्होंने कहा कि आज मुझे खुदको को साबित करना पड़ रहा है कि हमने उत्तराखंड के लिए क्या योगदान दिया. बता दें कि UK कैबिनेट मंत्री के विधानसभा में पहाड़ियों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर भारी बवाल हुआ था. इसके बाद ही रविवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया,इस दौरान उनके आंसू छलक पड़े.
दरअसल फरवरी महीने में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्षी विधायकों के साथ बहस में उन्होंने कहा था, ‘क्या यह राज्य पहाड़ियों के लिए बनाया गया है? इसके बाद से ही उनके ख़िलाफ़ विरोध -प्रदर्शन शुरू हो गया था.
उन्होंने कहा कि- जिस प्रकार का माहौल उत्तराखंड में बनाया गया है वह चिंताजनक है . मैं तो ख़ुद एक राज्य आंदोलनकारी रहा हूं. आज हमारे जैसे व्यक्ति को साबित करना पड़ रहा है कि उत्तराखंड के लिए हमारा क्या योगदान रहा है.
राज्य आंदोलन में मैंने बढ़चड़कर भूमिका निभाई है. इंद्रमणि बड़ौनी को भी श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि मुज्जफरनगर कांड जिस दिन हुआ मैं दिल्ली आंदोलन में था मैं बड़ा असहज था. ट्रक में बैठकर मुजफ्फरनगर पहुंचा वहां जो देखा उसे बयान नहीं जा सकता.
जिसने इस उत्तराखंड के लिए लाठी खाई आज ऐसे व्यक्ति को टारगेट किया जा रहा है. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि- मेरी बात को जिस तरह से तोड़ मरोड़ कर व्यक्त किया गया उससे मैं आहत हूं. इसलिए इस्तीफ़ा दे रहा हूँ .
बता दें धामी कैबिनेट में चार कुर्सियां लंबे समय से खाली चल रही हैं। इन चार खाली कुर्सियों को भरने के साथ ही कुछ बदलाव होने के कयास भी लगाए जा रहे थे। इसी बीच आज मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद अब एक और कुर्सी खाली हो गई है।साथ ही उत्तराखंड सियासत में नई चर्चा का दौर शुरू हो गया है .
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