दिल्ली मुनिसिपल कारपोरेशन MCD चुनाव की तारीखों का ऐलान, 4 दिसंबर को होगा पोलिंग , 7 दिसंबर को परिणाम
चुनाव आयुक्त ने बताया इस चुनाव के लिए 50 हजार से ज्यादा ईवीएम रखी गई हैं
राज्य चुनाव आयुक्त NCT दिल्ली ने MCD चुनावों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली में MCD चुनाव की वोटिंग 4 दिसंबर को होगी और नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे। चुनाव आयुक्त ने बताया कि एमसीडी चुनाव की घोषणा के साथ आचार संहिता लागू हो जाएगी . राजधानी दिल्ली में लगे चुनाव प्रचार के सभी बोर्ड और होर्डिंग्स हटा दिए जाएंगे।
इलेक्शन कमिश्नर विजय देव ने चुनावों की तारीखों का ऐलान करते हुए बताया कि दिल्ली में कुल 70 विधानसभा की सीटें हैं लेकिन इस बार परिसीमन होने बाद दो विधानसभा सीटों पर चुनाव नहीं होंगे . कुल 68 विधानसभा सीटों के 250 वार्ड हैं जिन पर चुनाव करवाए जाएंगे।
चुनाव आयुक्त ने बताया कि इन चुनावों में भी पिछली बार की ईवीएम का यूज किया जाएगा। इस चुनाव के लिए 50 हजार से ज्यादा ईवीएम रखी गई हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले मॉक पोल किया जाएगा। चुनाव के दौरान नोटा का इस्तेमाल होगा।
आयुक्त ने बताय वोटरों की सुविधा के लिए फोटोग्राफ वाला आईकार्ड दिखाना होगा। गृहमंत्रालय ने मंगलवार (1 नवंबर) को दिल्ली एमसीडी के नए परिसीमन के बाद नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसके बाद दिल्ली एमसीडी के चुनावों का रास्ता साफ हो गया था।
नामांकन की तारिख 7 नवंबर रखी गयी है
दिल्ली चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद बताया कि 7 नवंबर से ही दिल्ली एमसीडी चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 14 नवंबर नामांकन की आखिरी तारीख होगी। इस चुनाव में नोटा का इस्तेमाल किया जाएगा।
चुनाव में एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। दिल्ली में एक जनवरी 2022 तक कुल जनसंख्या लगभग डेढ़ करोड़ की आबादी थी। नगर पालिका के एकीकरण (Municipal integration) से पहले दिल्ली की 70 विधानसभा क्षेत्रों की 272 वार्ड में एमसीडी के चुनाव हुआ करते थे।
दिल्ली MCD में पहले 272 सीटों पर होते थे चुनाव इस बार 250 पर होंगे
जैसा की ज्ञात है , अभी तक दिल्ली एमसीडी के चुनाव 272 सीटों पर हुआ करते थे, जिसमें उत्तरी और दक्षिणी नगर निगम की क्रमशः 104 -104 सीटें जबकि पूर्वी दिल्ली की 64 सीटें हुआ करती थीं। इस साल नए परिसीमन और एकीकरण के बाद दिल्ली एमसीडी की घटकर 250 सीटें हो गईं।
नए परिसीमन के मुताबिक दिल्ली की 21 विधानसभा क्षेत्रों में से एक-एक वार्ड कम कर दिया गया है।परिसीमन के बाद किस पार्टी कितना लाभ या नुकसान होगा इसका पता तो परिणामों के बाद ही चलेगा . लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है की इसका लाभ बीजेपी को हो सकता है .