बॉलीवुड इस बात को समझता है कि राजनीति या किसी पॉलिटिकल कंटेट पर फिल्म बना दीजिए, भले ही उसे किसी न किसी तरह के आरोप-प्रत्यारोप से दो-चार होना पड़े, लेकिन फिल्म हिट हो जाएगी। और जब बात उत्तर प्रदेश की राजनीति की हो तब तो क्या ही कहने।
उत्तर प्रदेश में आजादी के बाद अब तक 22 लोग मुख्यमंत्री पद संभाल चुके हैं , जिनमें से एक नाम मायावती का भी है। मायावती भी चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बन चुकी हैं। अब जाहिर सी बात है कि इतनी बड़ी पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में तमाम घटनाएं भी हुई होंगी। तो इन्हीं सबको समेटते हुए निर्देशक सुभाष कपूर ने एक फिल्म बनाई ‘मैडम चीफ मिनिस्टर’।
ये फिल्म मायावती की जिंदगी के कितने करीब है। सुभाष कपूर द्वारा निर्देशित और ऋचा चड्ढा स्टारर फिल्म के ट्रेलर ने रिलीज होते ही बवाल मचाना शुरू कर दिया था। हालांकि फिल्म के शुरुआत में ही डिस्क्लेमर दिया गया था, लेकिन लगातार ऐसा कहा गया कि फिल्म उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के जीवन से प्रेरित है।
फिल्म में ऋचा चड्ढा को एक दलित लड़की के तौर पर दिखाया गया है जो कांशीराम से प्रेरित है और उनकी तरह ही बनना चाहती है। इस फिल्म में ऋचा का लुक, तौर-तरीका और आवाज सभी कुछ मायावती से काफी मिलता-जुलता है।मैडम चीफ मिनिस्टर फिल्म में सौरभ शुक्ला भी निर्णायक भूमिका में हैं, जिनका किरदार कांशीराम से प्रेरित है।
फिल्म की कहानी एक दलित लड़की की है, जिसने अपने जीवन में बचपन से लेकर महिला नेता बनने तक बहुत संघर्ष किया है। फिल्म में दिखाया गया है कि वह महिला नेता जो अपने तरीके से जीतती और अपने तरीके से गठबंधन की सरकार बनाती है और राज्य में मुख्यमंत्री बनती है।हालांकि ये कहानी मायावती की तो नहीं है, लेकिन फिल्म में उनके नारों से लेकर जन्मदिन पर सजने तक की तमाम घटनाएं प्रमुखता से नजर आई हैं। इस फिल्म के रिलीज होने से पहले भी काफी बवाल हुआ था। कहा जा रहा था कि 1995 में हुए गेस्ट हाउस कांड को सही तरीके से पेश नहीं किया गया है, इसके अलावा भी और कई चीजों को लेकर काफी विवाद हुआ था। हालांकि इन सबके बावजूद ये मैडम चीफ मिनिस्टर रिलीज हुई। लेकिन फिल्म को कुछ खास रिस्पॉन्स नहीं मिला।