आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर देश के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई। पहली बार लाल किले पर तिरंगे काे स्वदेशी तोप ने सलामी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में इसका जिक्र किया। उन्होंने कहा, 75 साल के बाद लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने का काम पहली बार मेड इन इंडिया तोप ने किया है।
पीएम ने कहा, आजादी के 75 साल के बाद जिस आवाज को सुनने के लिए हमारे कान तरस रहे थे। आज 75 साल के बाद वो आवाज सुनाई दी है। उन्होंने कहा, आज देश की सेना के जवानों का हृदय से अभिनंदन करना चाहता हूं। मेरी आत्मनिर्भर की बात को संगठित स्वरूप में, साहस के स्वरूप में, सेना के जवानों और सेनानायकों ने जिस जिम्मेदारी के साथ कंधे पर उठाया, उनको आज मैं सैल्यूट करता हूं।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में इशारों ही इशारों में चीन पर भी वार किया। उन्होंने कहा, आत्मनिर्भर भारत के लिए स्वदेशी का मंत्र जरूरी है। उन्होंने कहा आज हमारे पांच-पांच साल के बच्चे संकल्प ले रहे हैं कि विदेशी खिलौनों से नहीं खेलना है। पीएम ने कहा, आत्मनिर्भर भारत, ये हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर एक इकाई का दायित्व बन जाता है। आत्मनिर्भर भारत ये सरकारी एजेंडा या सरकारी कार्यक्रम नहीं है ये समाज का जनआंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा, गुलामी की मानसिकता को हमें तिलांजली देनी पड़ेगी, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करना होगा। हमारे नौजवान ज नई नई खोज के साथ दुनिया के सामने आ रहे हैं।