योगी ने भारत के 3 राज्य ,केरल, प. बंगाल और कश्मीर को बताया अराजक , कांग्रेस ने कहा यह मोदी का अपमान , वे पूरे देश के हैं PM
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रतिरूप का खेल यूँ तो पुराना है और होना भी चाहिए , लेकिन कभी कभी कुछ अतिश्योक्ति भी होजाती है . इसी सिलसिले में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के केरल , प0 – बंगाल और कश्मीर को कहा यहाँ अराजकता है और वहां की सरकारें इसको रोकने में ना काम हैं . इस पर विपक्ष ने हमला बोलै और एक डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता ने इसे पीएम मोदी का अपमान बताया .
योगी आदित्यनाथ के एक बयान पर राजनीति गर्म हो गई है। यूपी सीएम ने पहले फेज के मतदान से पहले लोगों से अपील करते हुए कहा था कि अगर इस बार यूपी में बीजेपी नहीं आती है तो राज्य को केरल-कश्मीर और पश्चिम बंगाल जैसा बनने में देर नहीं लगेगी।इस बयान को लेकर विपक्ष भाजपा सरकार पर हमलावर हो गया है। एक टीवी डिबेट में इस बयान को कांग्रेस प्रवक्ता ने पीएम मोदी का अपमान बताया ।
एबीपी की एंकर रुबिका लियाकत ने कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत से इस पर जवाब मांगा तो उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता आपस में ही लड़ रहे हैं। योगी आदित्यानाथ का बयान पीएम के लिए अपमान है। पीएम इन सूबे के भी प्रधानमंत्री हैं। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले फेज के मतदान से पहले लोगों से अपील करते हुए कहा था कि अगर इस बार यूपी में बीजेपी नहीं आती है तो राज्य को केरल-कश्मीर और पश्चिम बंगाल जैसा बनने में देर नहीं लगेगी। इसे लेकर विपक्ष भाजपा सरकार पर हमलावर हो गया ।
कांग्रेस प्रवक्ता राजपूत ने कहा- “ आज सबसे बड़ा विषय यह है कि केरल, बंगाल और जम्मू कश्मीर,क्या ये भारत का हिस्सा है या नहीं? भारत के प्रधानमंत्री आप हैं या नहीं हैं? अगर आप भारत के प्रधानमंत्री हैं तो पिछले आठ साल से क्या कर रहे हैं? ”
इसके जवाब में बीजेपी प्रवक्ता चारू प्रज्ञा ने बंगाल चुनाव के समय के हिंसा से लेकर केरल चुनाव के दौरान का हिंसा का बखान किया। चारु ने कहा- “केरल चुनाव के समय हमको पता चला कि उस समय वहां पर मतलब हाथ में तिरंगा पकड़ लेना या भाजपा का पटका पहन लेने का मतलब ये है कि आपके घर के ऊपर पत्थर छोड़िए, गोलियां चलाईं जाएंगी”।
ज्ञात रहे कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि अगर यूपी, केरल जैसा हो जाता है तो अच्छा ही होगा। केरल जैसी अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सामाजिक कल्याण, जीवन स्तर का यूपी भी आनंद लेगा और एक सामंजस्यपूर्ण समाज होगा, जिसमें धर्म और जाति के नाम पर लोगों की हत्या नहीं की जाएगी। शांति आएगी , यूपी की जनता भी यही
चाहेगी।