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जामिया नगर के ख़ौफ़नाक हालात का ज़िम्मेदार कौन ?

जामिया नगर के ख़ौफ़नाक हालात का ज़िम्मेदार कौन ?

 

जामिया नगर इलाक़े के ओखला में पिछले दिनों एक रैली निकाली गई जिसका टाइटल ओखला बचाओ माफ़िया भगाओ था। जिसे लीड किया ओखला पंचायत के संयोजक दानिश अलीम ,जामिया कोर्डिनेशन Committe के इरफानुल्लाह खान और अबू फ़ज़ल RWA के अध्यक्ष मुहम्मद आसिफ़ ने ।

 

ओखला की आवाम के मसाइल पर फिक्रमंदी को देखते हुए हमे भी एक उम्मीद दिखाई दी।पर कुछ गद्दारों ने इस मुहिम को नाकाम करने की पूरी कोशिश की . अपनी साजिश नाकाम होते देख मुहिम का हिस्सा बन गए।

ओखला की बड़ी परेशानियां

दरसल पूरा ओखला खतरे के दहाने पर है इसके लिए कोई एक दो नहीं बल्कि ओखला लैंड माफ़िया , ब्लैक मेलर और बिल्डरों के साथ सियासी नेता भी कहीं न कहीं ज़िम्मेदार हैं । बिल्डर इस इलाक़े में 7 से 8 मंज़िल की इमारतें बना रहे हैं , सरकारी मापदंडों का ध्यान किये बिना लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं .

जमुना के किनारे और रेतीले इलाक़े में बसे ओखला क्षेत्र में बेसमेंट बनाये जा रहे हैं। 100 गज़ ज़मीन के फ्लैट को 120 गज़ बना देते हैं उपर छज्जा 5 फूट निकलते हैं और बाहर रैम्प 5 फूट की बनाते हैं.

15 फूट की गली 8 फूट रह जाती है। और यह सब हो रहा होता है पुलिस की निगरानी में MCD अधिकारीयों की मंशा से .और इसमें कइयों की कट रही है चांदी और बहुतों की उधड़ रही है चमड़ी  .

जिस गली में सीवर 1000 लोगों के लिए डलते हैं वहीं 8 मंजिल बिल्डिंग बनते ही उस इलाक़े में 8000 Residents होजाते हैं इसी के नतीजे में सीवर जाम होने लगते हैं। गली मोहल्ले में गंदगी मची रहती है। इसी बीच एंट्री होती है लैंड माफियों और ब्लैक मैलर्स की, बिल्डर तो बिल्डिंग बेच कर निकल लेते हैं मुसीबत में बेचारी जनता आ जाती है।

Jamia Nagar Okhla 

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अल्लाह ना करे भूकंप का एक भी तेज़ झटका नही सह पाएंगी ओखला की इमारतें । और यह इलाक़ा वैसे भी Seismic zone (अधिक भूकंपीय क्षेत्र) में आता है . जो हर वक़्त खतरे में है .

8 से 10 साल में बोसीदा हालत में हो जाती हैं ओखला की बिल्डिंग।मेरी बात किसी को बुरी लगी हो तो माफ करना और बुरी उनको लगेगी जो हर हाल में हराम की खाना चाहते हैं।मुझे नही लगता की मैने कुछ गलत लिखा है।

इसके बाद शुरू होता है नेताओं का खेल

बिल्डर पैसा कमा कर इलेक्शन की तरफ रुख करते हैं मुंह मांगी कीमत पार्टी को देकर या तो टिकट लेते हैं या अपने ही बंदे को इस पैसे से इलेक्शन लड़वाते हैं।जीतने के बाद लगाए हुए पैसे के दुगनी इनकम करते हैं।अब यहाँ कौन सबसे ज़्यादा परेशान है आम जनता ।

अब मुहिम चलानी है ज़मीन से जुड़े मुद्दों पर , जनता और समाज के दुश्मनों के ख़िलाफ़ . और इस रैली में बड़े पैमाने पर आम जनता की शिरकत ज़रूरी होगी। सामाजिक कार्यकर्ताओं के संगठन मिलकर इस मुहीम को चलाएंगे और ओखला क्षेत्र की सुरक्षा , सम्मान , शिक्षा , इलाज की बेहतरी के लिए काम करेंगे और ओखला को नशा मुक्त , भय मुक्त और अपराध मुक्त बनाएंगे . मगर यह काम अवाम के सहयोग के बिना नामुमकिन है .

अब जो लोग भी इस मुहीम से नहीं जुड़ते हैं तो यह समझा जाएगा की वो सब या तो ब्लाक मैलर्स या बिल्डर्स या पुलिस या ड्रग पडलेर्स के साथ जुड़े हुए हैं . और अगर कोई किसी के साथ नहीं जुड़ा है फिर यह सोचता है की हम क्यों किसी के बुरे बनें तो फिर अपनी क़बर खुद खोद रहे हो आप . हम इस मुहिं लेकर चलने का आज़म कर चुके हैं और पूरी तैयारी के साथ इसको मुहीम बनायेगे हमारे दिए गए contact no. पर मैसेज करके बताएं ।

मेरी दानिश अलीम भाई ,इरफ़ानउल्लाह साहब और आसिफ़ भाई से गुज़ारिश है की ओखला की भलाई चाहते हैं तो मेहरबानी करके इस मुद्दे को बार बार उठायें , तब तक उठायें जब तक आपको अपना लक्ष्य हासिल न हो जाए । इसके बाद इलाक़े की अवाम मानेगी कि सच में ओखला की जनता की आपको परवाह है और आप हक़ीक़त में ओखला क्षेत्र की अवाम के खैर अंदेश (शुभचिंतक ) हैं ।

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आपकी शुभचिंतक
गुड़िया बाजी
शाहीन बाग़ ओखला
🙏

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