दिल्ली की केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है. सत्येंद्र जैन पर ईडी ने यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की है. सत्येंद्र जैन पर फर्जी कंपनियों के जरिये लेनदेन का आरोप है. यह गिरफ्तारी आम आदमी पार्टी के नेता और उनके परिवार के स्वामित्व वाली 4.81 करोड़ रुपये की संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कुर्क किए जाने के लगभग दो महीने बाद भी हुई है.जैन दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, बिजली, गृह, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), उद्योग, शहरी विकास, बाढ़, सिंचाई और जल मंत्री हैं। ईडी ने 2018 में शकूर बस्ती से आम आदमी पार्टी विधायक से मामले के सिलसिले में पूछताछ की थी।
ईडी ने एक बयान में कहा था कि उसने संपत्तियों की कुर्की के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है।लगभग 4.81 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, पर्यास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजीत प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन से संबंधित हैं।
सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘हिमाचल में भाजपा बुरी तरह से हार रही है. इसीलिए सत्येंद्र जैन को आज गिरफ़्तार किया गया है, ताकि वो हिमाचल न जा सकें. वे कुछ दिनों में छूट जाएंगे, क्योंकि केस बिलकुल फर्जी है. सत्येंद्र जैन के खिलाफ 8 साल से एक फर्जी केस चलाया जा रहा है. अभी तक कई बार ED बुला चुकी है. बीच में कई साल ED ने बुलाना भी बंद कर दिया था, क्योंकि उन्हें कुछ मिला ही नहीं. अब फिर शुरू कर दिया, क्योंकि सत्येंद्र जैन हिमाचल के इलेक्शन इंचार्ज हैं.