साल 1999 में पाकिस्तान से भारत आए चार नागरिकों को आखिरकार 23 साल बाद आज यानी बुधवार (17 अगस्त) को भारतीय नागरिकता मिल गई। नागौर जिला कलेक्टर पीयूष सामरिया और पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने मंगलवार को चार पाक नागरिकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र जारी किया।
पहले पाकिस्तानी नागरिक रहे कर्मा, गुड्डी, नरेश और अजय अपने पिता अर्जन और माता शांति देवी के साथ अटारी रेल चेक पोस्ट से 11 अक्टूबर 1999 को भारत में प्रवेश कर गए थे। उसके बाद 22 अक्टूबर 1999 को ही नागौर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय नागौर में पंजीयन करवाकर अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे थे। साल 2005 में भारत सरकार के निर्देशानुसार अर्जन और शांति देवी को विशेष शिविर के दौरान नागरिकता प्रदान की गई. लेकिन इन चारों बच्चों को उस समय आवश्यक दस्तावेज पूरे नहीं होने के कारण नागरिकता नहीं मिली थी।
वर्तमान में इनके दस्तावेज पूरे करवा कर ऑनलाइन आवेदन करवाए गए. उसके बाद जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक की अनुशंसा पर भारत सरकार के निर्देशों के मुताबिक, बुधवार को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र दिए गए। इन चारों को भारतीय नागरिकता दिलाने के आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति करने और ऑनलाइन आवेदनों के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय के हेड कांस्टेबल भंवरलाल खोजा एवं जिला कलेक्टर में पद स्थापित एलडीसी राजेंद्र गोदारा का विशेष सहयोग रहा।