वो मुलाक़ात नाकाम क्यों हो गयी , कांग्रेस के मुस्लिम नेता को क्या कहा इस पत्रकार ने ?
यह एक सच्चे शायर की पंक्तियाँ रब पर भरोसे की अलामत हैं , रब पर पुख़्ता यक़ीन की ज़ामिन हैं , ध्यान से पढ़ें
एक बुरा दौर आया है टल जायेगा !
वक़्त का क्या है एक दिन बदल जायेगा ।।
रब की रहमत पर हर पल भरोसा रखो!
लड़खड़ाया क़दम भी संभल जाएगा । ।
चुनाव के नतीजे आ चुके थे , गुरूर का सर थोड़ा झुक गया था ,सत्ता पक्ष के अंदाज़ और भाषा शैली बदलने लगी थी . इसी बीच एक दावतनामा आया के हिंदुस्तान की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अक़लिययति महकमे यानी Minority Cell के Chairman इमरान प्रतापगढ़ी साहब के साथ आपको चाय पीनी है . मिज़ाजन किसी नेता के घर पर जाना काफ़ी अखरता है .
हम अपने 22 साला सहाफ़ती सफ़र में सिर्फ 2 बार नेताओं की खुसूसी दावत पर गए हैं . मगर इस बार दाई की दावत में इख़्लास था और इसरार भी . ना चाहते हुए भी जाना पड़ा . फिर इमरान प्रतापगढ़ी के अपने मोअद्दबाना , मुहिब्बाना , मुख़लिसाना और इंसानियत के लिए दर्दमंदाना अंदाज़ से हम पहले ही मुतास्सिर थे .
मिल्लत के मसाइल पर हमेशा बेबकाना अंदाज़ के लिए पहचान रखने वाले इमरान से मुल्क की अक़लिययतों को काफ़ी उम्मीदें वाबस्ता हैं . जितना हमने समझा और जाना ,एक फ़िक्रमंद नौजवान और एक ज़ालिम हाकिम के जब्र से बेपरवाह ,बहादुर शायर और ईमानदार नेता से मुलाक़ात होनी चाहिए .
पहली मुलाक़ात के बाद किसी के ऐबों या कमियों पर नहीं बल्कि उसकी खूबियों पर हमारी नज़र होनी चाहिए .सिर्फ़ ख़बरों पर यक़ीन करके किसी के बारे में आख़री राये क़ायम कर लेना हिमाक़त है .उसी के मद्दे नज़र आजका यह मज़मून पेश किया जा रहा है
देश की दूसरी बड़ी पार्टी की हैसियत से उभरी कांग्रेस के Minority Cell के Chairman इमरान प्रतापगढ़ी पार्टी में अपना एक मक़ाम रखते हैं . मोरादाबाद से क़िस्मत आज़मा चुके इमरान को ऐवाने बाला का मेंबर बनाकर कांग्रेस ने अपना भरोसा जताया . इमरान के अंदर अपने नाम की भी सिफ़ात मौजूद हैं .
उनके माइनॉरिटी सेल के सोशल मीडिया National Cordinator अदनान अशरफ़ भी एक ईमानदार , मेहनतकश और वफ़ादार सिपाही की हैसियत से अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभाने में मसरूफ़े अमल नज़र आते हैं .उनकी खामोश मिज़ाजी और सादा लोही भी लोगों को उनसे जोड़ने का काम कर रही है . खुदा करे ये सिफ़ात क़ायम रहें . फ़िलहाल मुल्क की अक़लियतों ख़ुसूसन मुसलमानो की हालत हर ऐतबार से इतनी ख़स्ता है के इदारों , संस्थाओ और फ़िक्रमंद लोगों को दिनों रात अनथक मेहनत की ज़रुरत है . जिसका फ़ुक़दान नज़र आता है .
इमरान प्रतापगढ़ी की उर्दू सहाफ़ियों के साथ लोकसभा चुनावी नतीजों के बाद चाय पर गुफ्तगू भले एक Formal मुलाक़ात थी मगर सहाफ़ियों के साथ मुलाक़ात हो और सियासत की बात न हो ये नामुमकिन था . इस रस्मी मुलाक़ात में सभी से इमरान प्रतापगढ़ी बड़ी शालीनता और सादगी से अपनी बात करते रहे .
हालांकि यह सहाफ़ियों की इज्तेमाई मुलाक़ात थी मगर एक दो सहाफ़ी इसको इंफ़्रादी मुलाक़ात में तब्दील करने की कोशिश करते दिखाई दिए .खुद नुमाई और खुद शनासी यह मिल्लत का उमूमी और बड़ा मसला है , जिसकी वजह से मिल्लत आजतक उभर न सकी .काश हम इससे बाहर आएं तो शायद कुछ बात बने .
याद रहे इमरान प्रतापगढ़ी पार्लियामेंट में अक़लियतों के मुद्दों को काफ़ी शिद्दत से उठाते रहे हैं .इस मुलाक़ात में हमारी तजवीज़ थी कि आइंदा के लिए मिल्ली मुद्दों पर संजीदा गुफ्तगू हो और एक मज़बूत क़ाबिले अमल Programme बनाया जाए . लेकिन इस बैठक में चंद उर्दू सहाफ़ियों की मफ़ाद परस्ती या मोहताजगी के चलते कोई लाहे अमल न बन सका . और यह मुलाक़ात भी नशिस्तन, खुरदन ,बर्खास्तन तक ही महदूद रह गयी .
हालाँकि चेयरमैन साहब ने उर्दू सहाफ़त को दरपेश मसाइल के मद्दे नज़र आइंदा जल्द बैठने के लिए बात कही . और मौसूफ़ ने ज़बानी इस बात का भी यक़ीन दिलाया की आइंदा 4 सूबों में असेंबली इंतेखाबात के दौरान उर्दू अख़बारात को माली इमदाद का मसववदा भी तैयार किया जाएगा . और इसके लिए चेयरमैन साहब ने इसका भी यक़ीन दिलाया कि कांग्रेस पार्टी की आला क़यादत यानी राहुल गाँधी और मलिकार्जुन खड़गे के साथ एक मीटिंग रखवाने की जल्द कोशिश करेंगे .
लेकिन इस ज़िमन में हमारा मानना है की कांग्रेस की top leadership के साथ बात चीत के वक़्त उर्दू अख़बारों की माली मदद की जगह मिल्ली मसाइल पर एक मसववदा तहरीरी शक्ल में तैयार हो . जिसमें अकलियतों ख़ुसूसन मुसलमानो के समाजी , सियासी , कारोबारी और तालीमी ख़स्ताहाली पर सरकारों की तवज्जेह मर्कूज़ कराई जाए .
कांग्रेस के अपनी पुरानी 15 नुकाती प्रोग्राम को वापस लागू कराये जाने की कोशिश की जाए . और इसको यक़ीनी बनाने के लिए INDIA गठबंधन क़ानूनी शक्ल दी जाए . इसी के साथ मिल्ली व् समाजी तंज़ीमों को कांग्रेस और इलाक़े सियासी पार्टियों के साथ मिलकर मुल्क में मोहब्बत , फ़िरक़ावाराना हम आहंगी (Communal Harmony) ,Prosperity और भाईचारे का माहौल तैयार करने के लिए जगह जगह छोटे बड़े प्रोग्राम किये जाएँ . उम्मीद है अगली हमारी मुलाक़ात इमरान प्रतापगढ़ी साहब के साथ इन तमाम तजावीज़ की तहरीरी शक्ल के साथ होगी .
हम ज़ाती तौर पर सांसद महोदय और All India Congress minority Cell Chairman के साथ 6 जून की शाम होने वाली मुलाक़ात से यह अंदाज़ा लगा सकते हैं कि इमरान प्रतापगढ़ी की क़यादत में मुल्क के मिल्ली मसाइल को हल करने के लिए अब हालात साज़गार नज़र आते हैं . लेकिन हम कितना मुख्लिस हैं सब कुछ इसपर मुनहसिर करेगा .
इसके लिए इमरान साहब से हमारी गुज़ारिश होगी कि वो अपने साथ ऐसे मुख्लिस और समझदार लोगों को जोड़ें जो बेलौस मुल्को मिल्लत की खिदमत में यक़ीन रखते हों . और इसके लिए अल्लाह से हिकमत और बसीरत मांगनी होगी ताकि दुनिया और आख़िरत की आफ़ियत और कामयाबी की राह आसान होसके .