ई-पासपोर्ट है क्या ?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक ई-पासपोर्ट देखने में तो साधारण पासपोर्ट की तरह ही लगेगा लेकिन इसमें खास चिप का इस्तेमाल किया जायेगा जो कि पासपोर्ट के अंदर लगाई जायेगी। सरकार के मुताबिक ई-पासपोर्ट में आवेदकों की जानकारी को चिप में सुरक्षित किया जाएगा जिसे बदला नहीं जा सकता है खास बात ये है कि अगर चिप के साथ छेड़छाड़ होती है तो ई-पासपोर्ट काम करना बंद कर देगा। माना जा रहा है कि ई-पासपोर्ट आधार की तर्ज पर ही काम करेगा। यानि इस बात की संभावना है कि इसे बनाते वक्त बायोमैट्रिक जानकारियां ली जायें, जिससे एयरपोर्ट पर यात्री की आसानी के साथ पहचान की जा सके। मीडिया में आई रिपेर्ट्स के मुताबिक चिप में 30 यात्राओं की जानकारी को स्टोर किया जा सके।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने गुरुवार को कहा कि सरकार 2022-23 से अपने नागरिकों को ई-पासपोर्ट जारी करने की योजना बना रही है। मुरलीधरन का यह बयान राज्यसभा में कैलेंडर वर्ष 2022 में ई-पासपोर्ट जारी करने की सरकार की योजना और इसके विवरण पर एक सवाल के जवाब में आई। एमओएस ने बताया कि ई-पासपोर्ट एक कंबाइंड पेपर और इलेक्ट्रॉनिक पासपोर्ट होगा, जिसमें एक एम्बेडेड रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप और एंटीना बैक कवर में एक जड़ के रूप में एम्बेडेड होगा।
कुछ ऐसा होगा ई-पासपोर्ट
मुरलीधरन ने कहा कि पासपोर्ट की महत्वपूर्ण जानकारी उसके डेटा पेज पर प्रिंट होने के साथ-साथ चिप में भी स्टोर की जाएगी। मुरलीधरन ने कहा डॉक्युमेंट और चिप की विशेषताएं अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के दस्तावेज़ 9303 में स्पेसिफाइड हैं। मुरलीधरन ने आगे कहा कि विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) को ई-पासपोर्ट जारी करने के संदर्भ में तकनीकी जिम्मेदारी सौंपी है।