पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में शुक्रवार को लगी आग पूरी तरह से बुझ चुकी है। आग के इस भीषण हादसे में 27 लोगों ने अपनी जान गंवा दी और दर्जन भर लोग घायल भी हुए हैं घायलों दिल्ली के कई अस्पतालों में इलाज चल रहा है इनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, इस दर्दनाक हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मुंडका आग हादसे पर गहरा दुख जताया। सीएम अरविंद केजरीवाल शनिवार को हादसा स्थल का दौरा करने के लिए जाएंगें। उन्होंने टवीट कर इसकी जानकारी दी है। मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री 9: 30 बजे तक घटना स्थल पर पहुंच सकते हैं।मुडंका की आग बुझाने के लिए 30 से अधिक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी और देर रात तक आग बुझाने का प्रयास किया गया।
लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची थी। शनिवार सुबह को आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। मुडंका की आग बुझाने के लिए 30 से अधिक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी और देर रात तक आग बुझाने का प्रयास किया गया। शनिवार सुबह को आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताया।मुंडका इलाके में मेट्रो स्टेशन के पिलर नंबर 544 के पास बिल्डिंग में शुक्रवार को लगी भीषण आग में अभी तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। घायलों को त्वरित इलाज और मदद के लिए दिल्ली के संजय गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में एक हेल्प डेस्क बनाई गई है।
हादसे के बाद देर रात बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त समीर शर्मा ने बताया कि 27 लोगों की मौत हो गई है और 12 घायल हो गए हैं। हम शवों की पहचान के लिए फोरेंसिक टीम की मदद लेंगे। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हमने कंपनी मालिकों को हिरासत में लिया है। आशंका है कि और शव बरामद किए जा सकते हैं क्योंकि बचाव अभियान अभी पूरा नहीं हुआ है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आग इमारत की पहली मंजिल से शुरू हुई। जहां पर सीसीटीवी कैमरों और राउटर निर्माण कंपनी का कार्यालय है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 4.45 बजे मुंडका के तीन मंजिला व्यवसायिक इमारत में आग लगने की जानकारी मिली। इस इमारत में कई कंपनियों के कार्यालय हैं। आग लगने के दौरान इन कार्यालय में काफी लोग मौजूद थे। कुछ ने आग लगते ही वहां से भागने की कोशिश की लेकिन ज्यादातर लोग आग में फंस गए।
पहली मंजिल पर लगी आग तुरंत ऊपर की मंजिलों में फैल गई। इमारत से आग की लपटें निकलने लगीं। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और राहत बचाव का काम शुरू कर दिया। इससे पहले स्थानीय लोग भी लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे थे।
पुलिस कर्मियों ने इमारत की खिड़कियां तोड़कर वहां फंसे करीब 60 लोगों को रस्सी की मदद से बाहर निकाला, जिसमें से आठ लोग आग की चपेट में आकर मामूली रूप से झुलस गए थे। पुलिस ने घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आग को नियंत्रित कर लिया गया है।स्थानीय लोगों ने बताया कि पहली मंजिल में आग लगते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। इमारत में फंसे लोग बाहर निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। कुछ लोग इमारत से कूद गए। बताया जा रहा है कि जनरेटर से आग लगी और धुंए की वजह से लोग कुछ देख नहीं पा रहे थे। कुछ लोगों ने उपर से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई।
कुछ मिनटों में ही इमारत में आग लगने की जानकारी मिलते ही आस पास के सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए। लोगों ने इमारत में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश करने लगे। सड़क के आस पास काफी भीड़ जमा हो गई। जिसकी वजह से वहां जाम लग गया। वहां पहुंचने वाले कुछ ऐसे भी लोग थे जिनके अपने इमारत में स्थित कंपनी में काम करते थे।जांच के दौरान पता चला है कि घटना के समय तीसरी मंजिल पर एक कंपनी की बैठक चल रही थी। लोगों के मुताबिक बैठक में काफी लोग मौजूद थे। आशंका जताई जा रही है कि आग लगने के बाद कुछ लोग वहां फंस गए थे।
बताया जा रहा है कि बैठक में शामिल कुछ लोग लापता भी हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इमारत से कई शव मिल सकते हैं। दमकल विभाग की टीम आग बुझाने के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू करेगी। फिलहाल दमकल विभाग आग पर काबू पाने में जुटी है। पुलिस ने इस कंपनी के मालिक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मेट्रो संचालन भी हुआ प्रभावित
यह इमारत रोहतक रोड के किनारे ही स्थित है। ऐसे में आग की लपटें ऊपर उठने के दौरान मेट्रो का परिचालन भी कुछ समय के लिए अवरुद्ध हो गया। बाद में आग को नियंत्रित करने के बाद परिचालन फिर से शुरू किया गया।