अब देश का प्रधानमंत्री पद भी सट्टा बाज़ार की भविष्वाणियों पर टिका ?
फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी, मोदी सरकार की संभावनाओं पर शेयर बाजार
Authored By Ali Aadil khan
खेल के मैदान में सट्टाबाजारी का बोल बाला आप सुनते रहे हैं . और कभी कभी यह बाजार इतना हावी हो जाता है की देश और टीम की गरिमा को खिलाड़ी दांव पर लगा बैठते हैं . मगर देश के प्रधानमंत्री जैसे पद पर भी इसका कोई असर होगा इसके बारे में देश ने सोचा भी न होगा . क्योंकि इसमें अफवाहों का खेल ज़्यादा काम करता है सच्चाई कम होती है .
अब 1 जून को होने वाले सातवें और आखिरी चरण के चुनावों के साथ, शेयर निवेशक उत्सुकता से उन सीटों की संख्या पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो मौजूदा भाजपा इस बार ‘400 पार’ के घोषित लक्ष्य के मुकाबले जीत सकती है ।
Media रिपोर्ट के मुताबिक, अगर पहले छह चरणों के बाद फलोदी सट्टा बाजार पर नजर डालें तो बीजेपी बहुमत हासिल करने के लिए 543 सीटों में से लगभग 290 सीटों पर कब्जा कर सकती है . यह उन 300 सीटों के विपरीत है जो फलोदी सट्टा बाजार ने कुछ दिन पहले सुझाई थी।
बिजनेस टुडे मार्केट्स ऑनलाइन द्वारा आधा दर्जन ब्रोकरेज के एक सर्वेक्षण में भाजपा के लिए स्पष्ट बहुमत की संभावना जताई गयी है. लेकिन 2019 के चुनावों में जीती गई 303 सीटों पर कोई लाभ होने की संभावना नहीं है। विश्लेषकों का कहना है कि कुल मिलाकर, शेयर बाजार ने एनडीए को 300-320 सीटों पर जीत का अनुमान दिया है। चुनाव नतीजे 4 जून को आएंगे.
प्रभुदास लीलाधर के संस्थागत अनुसंधान प्रमुख अमनीश अग्रवाल ने कहा, सट्टा बाजार एनडीए के लिए लगभग 300 सीटों की कीमत तय कर रहा है।
उन्होंने कहा, “नीति की निरंतरता निवेशकों के लिए एक बड़ा आत्मविश्वास बढ़ाने वाली होगी। इसके बावजूद, चुनावी अनिश्चितताओं के समाप्त होते ही बहुत सारा पैसा किनारे पर लगा दिया जाएगा।”
सैमको सिक्योरिटीज ने कहा कि उसे उम्मीद है कि भाजपा के नेतृत्व वाला राजग लगभग 300-320 सीटें जीतेगा। ऐसा लगता है कि अधिकांश बाजार भागीदार भी इस संख्या के साथ जा सकते हैं।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि मौजूदा सरकार आरामदायक बहुमत के साथ वापस आती दिख रही है। सोलंकी ने कहा, “मेरा मानना है कि सट्टा बाजार ने भी मोदी सरकार के लिए बहुमत का अनुमान लगाया है। हालांकि सीटों की संख्या की अभी भी कीमत तय नहीं की गई है। अगर यह 400 के करीब है, तो हमें कुछ बढ़त देखने को मिल सकती है।”
अरिहंत कैपिटल के संयुक्त एमडी अर्पित जैन ने कहा कि भाजपा और एनडीए के 2019 के प्रदर्शन को दोहराने की संभावना है। उन्होंने कहा, बाजार धीरे-धीरे बीजेपी या एनडीए की जीत का अनुमान लगा रहा है।
याद रहे उपरोक्त सभी शेयर बाजार की या सट्टा बाजार की वो कंपनियां हैं जो अफवाहों की बुनियाद पर अपने शेयर ऊपर नीचे करती हैं . यानी इन कंपनियों के भी मार्किट में लोग ऐसे ही छूटे होते हैं जैसे राजनितिक पार्टी के IT cell के ट्रोलर्स .
अब यह कितनी दयनीय स्थिति है देश के लिए प्रधानमंत्री जैसे पद केलिए सट्टा बाजार को एक्टिव किया जाता है . यानी अब प्रधानमंत्री भी क्या बिकने लगे हैं ? 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे जो भी हों मगर ग्राउंड पर देश की जनता के कई वर्ग ,समुदाय और सेग्मेंट्स मौजूदा सत्ताधारी पार्टी की नीतियों से ख़फ़ा नज़र आये . और Anti Incombency खूब दिखी अब नतीजों में दिखेगी या नहीं इसका इंतज़ार करना होगा .